पार्टी की एक रैली को यहां संबोधित करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है जिसकी वजह से वह जनता से कट गई है। उन्होंने भरोसा जताया कि भाजपा प्रदेश में 200 से ज्यादा सीटों के साथ अगली सरकार बनाएगी। पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सीटें हैं। शाह का यह बयान उस दिन आया है, जब पश्चिम बंगाल के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी, विभिन्न दलों के 9 अन्य विधायकों और टीएमसी के 1 सांसद ने भाजपा का दामन थाम लिया।
उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट रूप से यह कहना चाहता हूं कि भाजपा 200 से ज्यादा सीटों के साथ प्रदेश में अगली सरकार बनाएगी। टीएमसी की राजनीतिक हिंसा और धमकाने का कोई फायदा नहीं होगा। भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हमला हुआ, हमारी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हुई। उन्होंने दोहराया कि आप (टीएमसी) जितनी हिंसा करेंगे, भाजपा उतनी ही मजबूत होगी।
अधिकारी के अलावा सुनील मंडल (सांसद), दशरथ तिर्के (पूर्व सांसद), बाणश्री मैती (विधायक, उत्तर कांथी, पूर्वी मिदनापुर), तपसी मंडल (विधायक, हल्दिया, पूर्वी मिदनापुर), अशोक डिंडा (विधायक, तामलुक, पूर्वी मिदनापुर), सुदीप मुखर्जी (विधायक, पुरुलिया), बिस्वजीत कुंडू (विधायक, कलना), बीच पांजा (विधायक, पूर्वी बर्दवान), शीलभद्र दत्त (विधायक, बैरकपुर, उत्तर 24 परगना), दीपाली बिस्वास (विधायक, गजोल, मालदा), सुकरा मुंडा (विधायक, नागराकाटा, जलपाईगुड़ी) तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी (पूर्व मंत्री) भी भाजपा में शामिल हुए।
इनके अलावा तृणमूल के कई प्रदेश स्तर के पदाधिकारी भी भाजपा में शामिल हुए। इन नेताओं में कर्नल दीप्तंगशु चौधरी (तृणमूल राज्य स्तर के नेता), आशीष दत्त और बप्पा मजूमदार (अलीपुरद्वार), कार्तिक पाल और प्रफुल्ल बर्मन (उत्तर दिनाजपुर), सत्येन रॉय (पूर्व विधायक) और देवाशीष मजूमदार (दक्षिण दिनाजपुर), सनमय बैनर्जी (उत्तर 24 परगना, चंद्रशेखर बंद्योपाध्याय (अध्यक्ष, दुर्गापुर नगर निगम), नित्यानंद चटर्जी (पूर्वी बर्दवान), गौतम रॉय (पुरुलिया), समीरन मिश्रा (हुगली जिला परिषद, प्राचार्य), देबाशीष मुखर्जी (दानकुनी नगर पालिका, उपाध्यक्ष), इंद्रजीत दत्त (हुगली), गौतम मांझी (हुगली) अल्पसंख्यक समुदाय के नेता प्रोफेसर ओहदुल हक (राज्यस्तरीय नेता), परवेज रहमान (पूर्व विधायक, हुगली), आलमगीर मोल्ला (हुगली), कबीरुल इस्लाम (तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के सह-अध्यक्ष), करम हुसैन खान (बीर) अन्य महत्वपूर्ण नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने भाजपा का झंडा थाम लिया। (वार्ता/भाषा)