शाह ने कहा कि यह दिन एक विशेष महत्व इसीलिए रखता है, क्योंकि ये 10वां योग दिवस है। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा। उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर 170 से अधिक देशों ने योग दिवस मनाने को सहमति दी। शाह ने अपने संबोधन में कहा कि आज पूरा विश्व योग को स्वीकार रहा है, लोग सीख रहे हैं और दूसरों को सिखा रहे हैं।
भारत ने मानवता को काफी कुछ दिया : मंत्री ने कहा कि भारत ने मानवता को काफी कुछ दिया है। लेकिन अगर कोई सबसे बड़ा उपहार दिया है तो वह योग है। अपने मन के अंदर की शक्तियों को आत्मा से जोड़ने का योग से बड़ा कोई और माध्यम नहीं हो सकता। योग आज के जमाने में प्रचलित कई रोगों का उपाय भी है। यह दवा-मुक्त जीवन जीने का एकमात्र तरीका है जिसकी हमारे संतों ने कल्पना की थी।