पाकिस्तान भागने की फिराक में था अमृतपाल, ड्रोन से निगरानी, पंजाब पुलिस ने 348 लोगों को किया रिहा
गुरुवार, 30 मार्च 2023 (18:00 IST)
होशियारपुर। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल अभी भी पंजाब की पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस बीच मीडिया में खबरें आ रही हैं कि अमृतपाल पाकिस्तान जाने की फिराक में था। अमृतपाल का सोशल मीडिया में वीडियो भी वायरल हुआ था। बताया जा रहा है कि वीडियो को ब्रिटेन से अपलोड किया गया। इस बीच होशियारपुर के गांव में अमृतपाल की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात कर दिए गए। मीडिया में यह भी खबरें हैं कि अमृतपाल आईएसआई के संपर्क में है।
पंजाब पुलिस ने अलगाववादी अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत होशियारपुर जिले के एक गांव में गुरुवार को ड्रोन तैनात किया जहां दो दिन पहले कुछ संदिग्धों ने पुलिस द्वारा पीछा किए जाने के बाद अपनी कार छोड़ दी थी।
सूत्रों के मुताबिक मरनैन गांव और उसके आस-पास तैनात पुलिसकर्मी भी कट्टरपंथी अमृतपाल की तलाश में वाहनों की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने इलाके में अपना तलाशी अभियान फिर से शुरू किया और गांव में एक ड्रोन तैनात किया। हालांकि पूरे मामले पर पुलिस विभाग की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
मरनैन गांव और उसके आस-पास अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया है। इससे पहले, पंजाब पुलिस ने होशियारपुर के इस गांव और उसके आस-पास के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया था। पुलिस को यह खुफिया जानकारी मिली थी कि सिंह और उसके सहयोगी इलाके में हो सकते हैं।
होशियारपुर की यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब पुलिस ने मंगलवार रात एक कार का पीछा किया, जिसके बारे में कुछ सूत्रों ने कहा कि उस कार में अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के होने की आशंका है। वे लोग वाहन को गांव में छोड़कर गायब हो गए। पुलिस ने घर-घर जाकर तलाशी अभियान भी चलाया है लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
क्या करने वाला है आत्मसमर्पण : पुलिस ने अमृतसर और बठिंडा तथा उसके आस-पास के इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी है, क्योंकि अमृतपाल सिंह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर अथवा बठिंडा में तख्त श्री दमदमा साहिब में प्रवेश करने के बाद आत्मसमर्पण कर सकता है।
18 मार्च से फरार है अमृतपाल : अमृतपाल और उसके सहयोगियों ने एक गिरफ्तार व्यक्ति की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के निकट अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था। इस घटना के करीब तीन सप्ताह बाद 18 मार्च को पुलिस ने उसके और उसके खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। अमृतपाल उसके बाद से फरार है। वह 18 मार्च को जालंधर जिले से भाग निकला था। सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें कथित तौर पर वह अलग-अलग इलाकों में दिखा है।
नए वीडियो में की अपील : नए वीडियो में अमृतपाल सिंह अकाल तख्त के जत्थेदार से 'सरबत खालसा' (सिख समुदाय से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक सम्मेलन) आयोजित करने का आग्रह करता दिख रहा है। अमृतपाल ने समुदाय के सदस्यों से बड़ी संख्या में इसमें हिस्सा लेने को कहा।
उसने अपनी अपील में कहा कि अगर हमें नौजवानों और पंजाब को बचाना है तो हमें सरबत खालसा का हिस्सा बनना चाहिए। हम जानते हैं कि हम किस रास्ते पर चल रहे हैं, हमें इन सबका सामना करना होगा। इसके खिलाफ आवाज उठाना हमारा कर्तव्य है।
348 लोग किए गए रिहा : पुलिस कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए 360 लोगों में से 348 को अब रिहा कर दिया गया है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के निजी सचिव जसपाल सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार की ओर से संदेश मिला है कि बाकी लोगों को भी जल्द रिहा कर दिया जाएगा।
इस हफ्ते की शुरुआत में अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पंजाब सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के दौरान पकड़े गए सभी सिख युवकों को रिहा कर दिया जाए।
जत्थेदार ने पुलिस कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज करने के लिए राज्य सरकार की निंदा भी की थी।
जत्थेदार के अल्टीमेटम से कुछ दिन पहले पंजाब पुलिस ने कहा था कि हिरासत में लिए गए लोगों में से करीब 30 कुख्यात अपराधी हैं जबकि शेष लोगों को जांच के बाद रिहा कर दिया जाएगा। एजेंसियां