पंजाब के अमृतसर में जोड़ा फाटक के समीप शुक्रवार शाम को रावण दहन कार्यक्रम के दौरान रेल ट्रैक पर खड़े लोग एक ट्रेन की चपेट में आ गए, जिसमें कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई और करीब 70 लोग घायल हो गए। इनमें 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। फिरोजपुर डीआरएम विवेक कुमार ने कहा कि रेलवे इस घटना के लिए जिम्मेदार नहीं है। बिना अनुमति के यह आयोजन किया जा रहा था।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि रेलवे की गलती के कारण यह हादसा हुआ। ड्राइवर ने हॉर्न नहीं बजाया। टीवी समाचार चैनल पर विवेक कुमार ने कहा कि आयोजन की सूचना रेलवे को नहीं दी गई थी। ड्राइवर ने ट्रेन की रफ्तार कम कर दी थी, लेकिन ट्रेन को रुकने के लिए 700 मीटर का डिस्टेंस लगता है।
डीआरएम ने कहा कि हादसे के बाद लोग ट्रेन पर पथराव कर रहे थे। इससे ट्रेन में बैठे यात्रियों की जान भी खतरे में थी। उन्होंने उस आरोप को भी नकारा कि ट्रेन में हॉर्न नहीं था। उन्होंने कहा कि ट्रेन में हॉर्न था और ड्राइवर ने गेट के आसपास हॉर्न बजाया भी था। उन्होंने कहा कि मिड सेक्शन में हॉर्न नहीं बजाया जाता है।