देशमुख ने वर्धा में कहा कि पूरा महाराष्ट्र और भारत जानता है कि भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद अजित पवार और उनके साथ पार्टी छोड़कर आए लोग जल्दबाजी में सरकार में शामिल हो गए थे। राकांपा में विभाजन से पहले मोदी ने पार्टी पर 70,000 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया था।
अजित पवार के समर्थक उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं, इस बारे में पूछे जाने पर देशमुख ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ सहयोगी दलों में क्या फैसला हुआ है, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अजित पवार को सरकार में भाजपा के निर्णय लेने की प्रक्रिया से अलग-थलग रखा जा रहा है। (भाषा)