कंझावला कांड में रोजाना चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। एक तरफ जहां मृतक अंजलि सिंह के परिवार वाले लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं तो वहीं, दिल्ली पुलिस पर राज छिपाने के आरोप लग रहे हैं। अब अंजलि की दोस्त निधि को लेकर एक और खुलासा सामने आया है।
दरअसल, रिपोर्ट सामने आई है कि कार में कुचल कर मारी गई अंजलि की दोस्त निधि गांजे की सप्लाई करती थी। उसे 2020 में अवैध तस्करी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान उसके पास से 10 किलो गांजा बरामद हुआ था। 15 दिसंबर 2020 को उसे 50 हजार के मुचलके पर जमानत मिली थी। इस आरोप में निधि 9 दिनों तक जेल में रही थी। इस खुलासे के बाद अंजलि की मौत में और ज्यादा ट्विस्ट आ गए हैं।
क्या था ड्रग का मामला?
नए खुलासे में सामने आया कि निधि को आगरा कैंट स्टेशन पर 6 दिसंबर 2020 को गिरफ्तार किया गया था। वह तेलंगाना के सिकंदराबाद से गांजा लेकर दिल्ली जा रही थी। यह गांजा दीपक नाम के किसी शख्स ने मंगाया था। बता दें कि निधि दिल्ली के सुल्तानपुरी की रहने वाली है और जिस दिन अंजलि की हादसे में मौत हुई उस दिन वो उसके साथ ही थी। दिल्ली पुलिस अंजलि सिंह की मौत के मामले की जांच कर रही है, लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह महज एक हादसा था या मर्डर। कुछ सीसीटीवी फूटेज भी सामने आए हैं, जिन्हें पुलिस जांच में इस्तेमाल कर रही है।
आरोपियों ने क्या बताया पुलिस को?
31 दिसंबर की रात बलेनो कार की टक्कर से अंजलि की मौत हो गई थी, दिल्ली पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक हादसे के बाद कार में बैठे आरोपियों को पता चल गया था कि उनकी गाड़ी में लड़की की बॉडी फंस गई है। वे ये भी जानते थे कि उसकी मौत हो गई है। लेकिन आरोपियों को डर था कि बॉडी निकालने के लिए गाड़ी रोकी गई तो वे पकडाए जा सकते हैं। आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि उन्हें लगा कि चलती गाड़ी में बॉडी अपने आप निकल जाएगी। इसी के चलते वे करीब 12 किमी तक अंजलि की बॉडी को घसीटते रहे।
edited by navin rangiyal