अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू से IT ने की देर रात तक पूछताछ, आज भी जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन
गुरुवार, 4 मार्च 2021 (00:52 IST)
मुंबई/ नई दिल्ली/ पुणे। महाराष्ट्र में आयकर विभाग (Income tax department) ने फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) और अभिनेत्री तापसी पन्नू से देर रात तक पूछताछ की। खबरों के मुताबिक इन सितारों के घर आयकर विभाग की छापेमारी आज भी जारी रहेगी। पुणे में दोनों से पूछताछ की गई।
तापसी और अनुराग कश्यप के अलावा मधु मनटेना, विकास बहल और कई अन्य के यहां आज भी कार्रवाई जारी रहेगी। आईटी विभाग का दावा है कि सर्च ऑपरेशन के दौरान उन्हें कई अहम सुराग और चीजें मिली हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी फैंटम फिल्म्स के खिलाफ कर चोरी की जांच का एक हिस्सा है। विभाग ने मुंबई और पुणे में 30 से ज्यादा स्थानों की तलाशी ली।
जिन अन्य के खिलाफ छापेमारी की गई उनमें फैंटम फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस के कुछ कर्मचारी शामिल हैं, जिसे 2018 में भंग कर दिया गया था। इसमें इसके तत्कालीन प्रवर्तक कश्यप, निर्देशक-निर्माता विक्रमादित्य मोटवानी, निर्माता विकास बहल और निर्माता-वितरक मधु मंटेना शामिल हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि इन संस्थानों के बीच हुए कुछ लेन-देन विभाग की नजर में थे और कर चोरी के आरोपों की जांच को आगे बढ़ाने के लिए सबूत एकत्रित करने के लिए यह कार्रवाई की गई।
सूत्रों ने कहा कि फैंटम फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्मों से हुई कमाई की भी जांच की जा रही है। मंटेना के खिलाफ छापेमारी केडब्ल्यूएएन के साथ उनके संबंधों के संदर्भ में की जा रही है, जिनमें से वह सह-प्रवर्तक हैं। कश्यप और पन्नू दोनों विभिन्न मुद्दों पर मुखर विचारों के लिए जाने जाते हैं। दोनों ने 2018 की फिल्म 'मनमर्जियां' में साथ काम किया था और अब वे आगामी फिल्म 'दोबारा' में साथ काम कर रहे हैं। छापेमारी के दौरान होने वाली प्रारंभिक पूछताछ के तहत आयकर अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की।
संयुक्त किसान मोर्चा ने फिल्मकार अनुराग कश्यप, अदाकारा तापसी पन्नू और अन्य लोगों के परिसरों पर आयकर विभाग के छापे निंदा करते हुए दावा किया कि केंद्र कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के समर्थकों को प्रताड़ितकर रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान में माना कि देश और विदेश की कई शख्सियतों से समर्थन मिला है और नामी हस्तियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है।
कई किसान यूनियनों के प्रधान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि किसानों की वैध मांग को मानने के बजाए सरकार किसान और उनका समर्थन करने वालों को प्रताड़ित करने के रास्ते तलाश रही है।
दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि कश्यप और पन्नू के खिलाफ छापे उनकी टिप्पणियों से जुड़े हैं, जो कई बार भाजपा के प्रति आलोचनात्मक रही हैं। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि जांच एजेंसियां विश्वसनीय सूचना के आधार पर जांच करती हैं और मामला बाद में अदालतों में भी जाता है।
महाराष्ट्र में राज्य के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक द्वारा छापों को नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ बोलने वालों की आवाज दबाने की कोशिश करार देने पर इसको लेकर बहस तेज हो गई। मंत्री ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा कि ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलने वालों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अनुराग कश्यप और पन्नू के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। दोनों मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। उनके कैबिनेट सहयोगी कांग्रेस के अशोक चव्हाण ने कहा कि छापेमारी उन लोगों के खिलाफ दबाव बनाने का केंद्र का तरीका है जो तथ्यों को सामने रखते हैं।
छापेमारी ने सोशल मीडिया का काफी ध्यान आकृष्ट किया, लेकिन बॉलीवुड में अधिकतर ने चुप्पी साधे रखी। पन्नू ने आखिरी ट्वीट 1 मार्च को किया था, जब उन्होंने बलात्कार के आरोपी व्यक्ति से उच्चतम न्यायालय द्वारा यह सवाल पूछने पर बोला था कि क्या वह महिला से शादी करने के लिए तैयार है।
जब अदालत को बताया गया कि वह पहले से ही शादीशुदा है, तो उसे संबंधित अदालत से नियमित जमानत लेने के लिए कहा गया। पन्नू ने इस मामले पर एक कड़ा पोस्ट किया था। अनुराग कश्यप ने पिछले साल सीएए के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान जेएनयू और शाहीन बाग का दौरा किया था और वह कई मुद्दों पर समान रूप से मुखर रहे हैं। वह कभी-कभार दूसरों के ट्वीट को रीट्वीट करने के अलावा ट्विटर पर हाल के दिनों में शांत रहे हैं।
(इनपुट भाषा)