ठाकुर ने कहा कि शराब घोटाले से आप का चेहरा बेनकाब हुआ है और यह दर्शाता है कि वह ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। क्यों उसके नेता आबकारी नीति पर पूछे जा रहे सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप सरकार को यह जवाब देना होगा कि क्यों शराब के ठेकेदारों को 144 करोड़ रुपए लौटा दिए गए और 30 करोड़ रुपए की कमाई वापस क्यों कर दी?
उल्लेखनय है कि शिक्षा मंत्री सिसोदिया के पास आबकारी विभाग का भी जिम्मा है। ठाकुर ने कहा कि यदि एक मंत्री शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने में ही व्यस्त रहेगा तो उससे शिक्षा को लेकर क्या उम्मीद की जा सकती है। आप सरकार दावा करती रही है कि उसने अपने नीतियो और कार्यक्रमों से दिल्ली में शिक्षा क्षेत्र का कायाकल्प किया है।