यह पूछे जाने पर कि क्या अस्पताल लाए जाने से पूर्व उनका निधन हो चुका था? खरबामोन ने बताया, ‘कलाम में प्राण होने के कोई लक्षण नहीं थे लेकिन इसकी घोषणा नहीं की गई थी। यहां लाए जाने के समय उनकी सांस नहीं चल रही थी, नाड़ी भी नहीं चल रही थी, कोई रक्तचाप नहीं था और उनकी पुतलियां फैल चुकी थीं।’
उन्होंने बताया, ‘हरसंभव प्रयास किए गए लेकिन उन्हें होश में नहीं लाया जा सका। उन्हें 7.45 बजे मृत घोषित कर दिया गया। मौत का कारण अचानक दिल का दौरा पड़ना था।’ डॉ. खरबामोन समेत पांच डॉक्टरों की टीम ने पूर्व राष्ट्रपति की चिकित्सा जांच की, जो यहां आईआईएम में व्याख्यान देने के लिए शाम करीब 5 बजकर 40 मिनट पर आए थे।