अमृतसर। आने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र चल रही सियासी गहमागहमी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा खुलासा किया। अमृतसर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने कहा कि अब यह कोई छिपी हुई बात नहीं है कि क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हो गए हैं।
केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सिद्धू को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की पेशकश की थी, लेकिन सिद्धू ने उस ऑफर को ठुकरा दिया था क्योंकि उन्हें सीएम बनना था। केजरीवाल ने यह दावा किया कि कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धू को फिलहाल चुप रहने के लिए कहा है। केजरीवाल ने कहा कि राहुल गांधी कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज़ है इसलिए सिद्धू साहब को लाया गया है।
माना जाता है कि 2014 में अमृतसर सीट से चुनाव लड़ने के मसले पर सिद्धू और बीजेपी के रिश्तों में दरार आ गई थी। सिद्धू उस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ते रहे थे लेकिन अरुण जेटली के वहां से लड़ने की वजह से उनको सीट छोड़नी पड़ी थी। हालांकि पंजाब कांग्रेस प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जेटली को वहां से हरा दिया था।
बाद में बीजेपी ने सिद्धू को राज्यसभा में भेजा। लेकिन सिद्धू की पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के अगुआ बादल परिवार से भी नहीं बनती थी और बीजेपी का इस पार्टी से गठबंधन है और ये राजग की अहम पार्टी है। इस बार भी ये दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। इन सब वजहों से सिद्धू ने आगामी पंजाब आम चुनावों के मद्देनजर कुछ समय पहले बीजेपी को छोड़ दिया था।