आशु गुरुजी उर्फ आसिफ खान को नौकर ने ही लगाया 50 लाख रुपए का चूना...
शुक्रवार, 14 सितम्बर 2018 (22:56 IST)
नई दिल्ली। 'आस्था' के नाम पर भोले-भाले लोगों को उल्लु बनाकर अपनी तिजोरियां भरने वाले अधर्म के पाखंडी बाबा आशु भाई गुरुजी उर्फ आसिफ खान से दिल्ली पुलिस के आला अफसर गहन पूछताछ कर रहे हैं, क्योंकि गाजियाबाद की 40 वर्षीय महिला ने उस पर गैंगरेप के साथ ही नाबालिग बेटी के साथ गंदा काम करने का आरोप लगाया है। लोगों का भविष्य बताने वाले इस तथाकथित बाबा को उसी का नौकर 50 लाख रुपए का चूना लगाकर फरार हो गया था।
खुद अपना भविष्य जान नहीं पाया पाखंडी बाबा : खुद को भारत का बड़ा ज्योतिष बताने वाले आशु भाई गुरुजी महाराज को खुद ही पता नहीं था कि आखिर उसका भविष्य सलाखों के पीछे है। ठीक उसी तर्ज पर जैसे आसाराम बापू, नारायण सांईं, बाबा रामरहीम, दाती महाराज, बाबा रामदास, वीरेन्द्र देव दीक्षित, इच्छाधारी बाबा भीमानंद, स्वामी अमृत चैतन्य और बिशप फ्रेंको मुल्लकन बलात्कार व यौन शोषण के आरोपों में गिरफ्तार होकर जेल की चारदीवारी में कैद हैं।
नौकर ने ही लगा दी थी 50 लाख की चपत : 1990 में वजीरपुर के जेजे कॉलोनी में एक साइकल रिपेयरिंग की दुकान से जब आशु भाई की दाल-रोटी नहीं चल पा रही थी, तब उसने अमीर बनने का ताना-बाना बुनना शुरू कर दिया था। वह ज्योतिष विद्या सीखकर लोगों की जन्म कुंडली और हाथों की रेखा देखकर भविष्य बताने लगा। 1997 में जब सराय रोहिल्ला के पदम नगर में अपना ऑफिस खोला तो यहां उसे मोटी कमाई होने लगी और वह लाखों में खेलने लगा। यहीं पर उसका खुद का नौकर 50 लाख रुपए लेकर चंपत हो गया।
लोगों के काम नहीं बने तो बदला ठिकाना : सराय रोहिल्ला में नौकर द्वारा 50 लाख की चपत से परेशान आशु भाई उर्फ आसिफ की मुसीबतें उस वक्त बढ़ गईं, जब उसकी ज्योतिष विद्या का असर कम होने लगा। वह लोगों से भविष्य बताने के अलावा धन प्राप्ति के उपाय बताने में जब मोटी रकम लेने के बाद भी फेल होने लगा तो उसने अपनी दुकान समेट ली।
'श्रद्धा आश्रम' के नाम पर खोली नई दुकान : सराय रोहिल्ला से आशु भाई गुरुजी महाराज ने ज्यादा पैसा कमाने की गरज से रोहिणी जैसे पॉश इलाके में 'श्रद्धा आश्रम' खोल डाला, जहां वह ज्योतिष के अलावा वशीकरण और जादू-टोना के नाम पर लोगों को ठगने लगा। उसकी ये नई दुकान चल पड़ी। यही नहीं, टीवी चैनलों पर वह तंत्र-मंत्र के जरिए लोगों को उनकी समस्याओं से निजात दिलाने के नाम पर अपने कार्यक्रम भी देने लगा।
सोशल मीडिया पर भी सक्रिय : आशु भाई गुरुजी महाराज उर्फ आसिफ खान यह अच्छी तरह से जान गया था कि लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करके किस तरह पैसा कमाया जा सकता है। यही कारण है कि उसने टीवी चैनल के अलावा सोशल मीडिया में भी अपने पैर पसार दिए। फेसबुक पर अकाउंट खोले और अपना प्रचार किया।
अंगुलियों में पहनता है 5 अंगूठी : रंगीनमिजाज आशु भाई गुरुजी लोगों को प्रभावित करने के लिए दाएं हाथ में 3 और बाएं हाथ में कीमती नगों वाली 2 अंगूठियां पहनता है। बाकायदा दरबार लगाता है और प्रवचन देता है। आस्था के अंधे भक्त उसके चरणों में अपना सिर नवाने लग जाते हैं। इसी तरह आशु भाई की दुकान में भीड़ बढ़ती चली जाती है और साथ में तिजोरी में आने वाली रकम भी।
20 सालों से अपने पुराने घर नहीं आया आशु उर्फ आसिफ : दिल्ली के वजीरपुर इलाके की तंग गलियों में जेजे कॉलोनी नाम की बस्ती है, जहां ज्यादातर बेहद गरीब लोग किसी तरह अपनी बसर करते हैं। इसी जेजे कॉलोनी में आशु उर्फ आसिफ रहा करता था जिसे उसके पिता ने उसे सिर्फ इसलिए घर से निकाल दिया था कि वह ज्योतिष के जरिए कुंडली बनाने का काम करने लगा था। आसिफ के भाई और पड़ोसियों का कहना है कि 20 साल से आसिफ ने गली की सूरत नहीं देखी और न ही संपर्क किया।
रहन-सहन भी बदला आसिफ ने : आसिफ के परिजनों का कहना कि पैसों की चमक ने उसका रहन-सहन और मिजाज तक बदल दिया था। यही कारण है कि उसने हमसे सारे नाते-रिश्ते तोड़ लिए। कभी फटेहाल रहने वाला आशु गुरुजी महाराज लोगों को मूर्ख बनाकर अमीर बनते ही कभी सूट पहनता तो कभी महंगे कपड़े पहनकर लोगों के सामने आता।
गाजियाबाद की बहादुर महिला ने पर्दाफाश किया : उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में रहने वाली 40 साल की महिला ने आशु भाई की करतूतों का पर्दाफाश करने की हिम्मत जुटाई और पिछले सप्ताह दिल्ली के हौजखास थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। मुसलमान से हिन्दू बनकर आशु ने न केवल उसकी अस्मत से खिलवाड़ किया बल्कि बेटे के अलावा दोस्तों से भी गैंगरेप करवाया। महिला का आरोप है कि 2008 से 2013 तक आशु उर्फ आसिफ ने मेरा यौन शोषण किया।
हवस का खेल खेलने वाले आशु ने महिला को बनाया गुलाम : ज्योतिष की आड़ में हवस का खेल खेलने वाले आशु पर महिला ने आरोप लगाया कि उसने मुझे गुलाम बनाकर रखा था। मुझे धमकी देता था कि मैं उसे, उसकी बेटी और पति को बरबाद कर देगा। महिला ने पुलिस को यह भी बयान दिया कि आशु सबके सामने मुझे 'गुलाम' कहकर बुलाता था।
बेटी को भी गुलाम बनाना चाहता था आशु : महिला का आरोप है कि उसने मुझे तो अपना गुलाम बनाया ही था, साथ ही साथ वह मेरी नाबालिग बेटी को भी गुलाम बनाना चाहता था। असल में मेरी बेटी जब 6 साल की थी, तब उसके पैरों में दर्द होता था। इलाज के नाम पर आशु उसे नग्न करके मालिश किया करता था। जब वह थोड़ी बड़ी हो गई तो उसने रोहिणी के अपने श्रद्धा आश्रम में ले जाकर यौन उत्पीड़न किया।
मां नहीं चाहती थी कि बेटी भी गंदे दलदल में फंसे : आशु पर यौन प्रताड़ना और गैंगरेप का आरोप लगाने वाली महिला ने कहा कि मैं नहीं चाहती थी कि मेरी बेटी भी उसके गंदे दलदल में फंसे और यही कारण है कि मैंने हिम्मत करके उसके गंदे खेल का पर्दाफाश करने का फैसला किया। जब आशु को केस दर्ज करने की भनक लगी तो वह फरार हो गया लेकिन गाजियाबाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस के आला अफसर आशु पर लगे तमाम आरोपों के बारे कड़ी पूछताछ कर रहे हैं।