नई दिल्ली। देश के अनेक हिस्सों में जहां बाढ़ का प्रकोप चरम पर है, बाढ़ की इस प्राकृतिक आपदा ने बिहार, असम, राजस्थान में बड़े पैमाने पर तबाही ला दी है। देश के पूर्वोत्तर राज्य असम में बहने वाली ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक उपनदियों ने बाढ़ का ऐसा कहर ढाया कि इंसान तो क्या बेजुबान जानवर भी अछूते नहीं रह सके।
पार्क के सूत्रों का कहना है कि मृत जानवरों में 178 हिरण, 15 गेंडे, 4 हाथी और 1 टाइगर भी शामिल है। उत्तर पूर्व (नॉर्थ ईस्ट) के राज्य हर साल बाढ़ की वजह से तबाह हो जाते हैं और बाढ़ का सबसे ज्यादा असर असम में ही होता है। असम नॉर्थ ईस्ट का गेटवे (प्रवेश द्वार) कहा जाता है। हर साल असम में हुई तबाही के कारण नॉर्थ ईस्ट के सातों राज्यों का सम्बंध भारत से टूट जाता है। इस साल काजीरंगा नेशनल पार्क भी पूरी तरह तबाह हो चुका है।