नहीं रहे कथक सरताज बिरजू महाराज, 83 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन

Webdunia
सोमवार, 17 जनवरी 2022 (07:14 IST)
नई दिल्ली। प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का हार्ट अटैक से निधन हो गया। पद्मविभूषण से सम्मानित 83 साल के बिरजू महाराज ने रविवार और सोमवार की दरमियानी रात अंतिम सांस ली। उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह दुखद जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी बिरजू महाराज के निधन पर दु:ख जताया है। भारत के प्रख्यात कलाकारों में से एक, कथक नर्तक गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और ‘डायलिसिस’ पर थे।

प्रधानमंत्री ने कहा- अपूरणीय क्षति : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रख्यात कथक नर्तक बिरजू महाराज के निधन पर सोमवार को शोक जताया और कहा कि उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। महाराज जी के तौर पर विख्यात बृज मोहन मिश्रा को आम तौर पर लोग बिरजू महाराज बुलाते थे।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। 

बिरजू महाराज को 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही इन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिला है।
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भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! pic.twitter.com/PtqDkoe8kd

— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2022 >काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी थी।
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आज भारतीय संगीत की लय थम गई। सुर मौन हो गए। भाव शून्य हो गए। कत्थक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नही रहे। लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई। कालिकाबिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसरित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए।
आह!अपूर्णीय क्षति है यह
ॐ शांति

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