नई दिल्ली। लघु चित्रों से तैयार मुगल दौर की पांडुलिपि, जो अब तक इंग्लैंड के ग्रामीण इलाके में स्थित किले में बंद थी, उसे अब लंदन में होने वाली सोदबी की अगली नीलामी में बिक्री के लिए पेश किया जाएगा।
यह पांडुलिपि विद्वानों, इतिहासकारों और नीलामी के कारोबार से जुड़े लोगों के लिए बेहद दिलचस्प खोज है। सोदबी ने कहा कि दिलचस्प है कि पांडुलिपि में बूढ़े शाहजहां का चित्र है और ऐसा लगता है कि इसे पुस्तक तैयार करने के दौरान शामिल किया गया होगा।
इसके अलावा 1850 से 20वीं सदी की शुरुआत के भारत, सीलोन (तत्कालीन श्रीलंका), बर्मा (म्यांमार) और दक्षिण-पूर्व एशिया के फोटो के 31 अलबम हैं जिनमें 2,000 से अधिक फोटो हैं।
इसके अलावा 19वीं सदी का हीरे, माणिक और पन्ने से तैयार महारानी हार, मुगल एवं राजपूत दरबारों और ब्रिटिश काल के जेवरात, कलाकृतियों की भी नीलामी की जाएगी। यह नीलामी 3 अक्टूबर को शुरू हुए नीलामी कार्यक्रम का हिस्सा है जिसमें भारत के आधुनिक कलाकारों की भी मशहूर कलाकृतियों की नीलामी होगी। (भाषा)