औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एक मालगाड़ी से हुए हादसे में जीवित बचे लोगों में से एक ने कहा कि उसकी आंखों के सामने उसके साथियों की मौत की भयानक तस्वीरें उसे परेशान कर रही हैं और इस हादसे ने उसे ऐसा मानसिक आघात दिया है जिससे वह अपने जीवन में शायद कभी बाहर नहीं निकल पाएगा। शुक्रवार को हुए इस भयानक हादसे में 16 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई।
हादसे में बचे एक अन्य व्यक्ति वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हमने अपने गृह राज्य की यात्रा के लिए एक सप्ताह पहले आवेदन किया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मेरी पत्नी और बच्चे मेरे पैतृक गांव में हैं। हमने भुसावल तक अपनी यात्रा पैदल करने का फैसला किया था। (भाषा)