खबरों के मुताबिक, ऑटो सेक्टर देशभर में 50 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देता है, लेकिन अब इस क्षेत्र में मंदी छाने और उत्पादन कम होने से 10 लाख लोगों की नौकरी खतरे में आ गई है। मंदी का मुख्य कारण जीएसटी, BS IV से BS VI में गाड़ियों को बदलने के लिए निवेश और इलेक्ट्रिक वाहन शुरू करने के लिए ठोस पॉलिसी का न होना माना जा रहा है।
रमानी ने आयात विशेषकर चीन से बढ़ते आयात पर चिंता जताई। समाप्त वित्त में उद्योग का आयात एक साल पहले के 106672 करोड़ रुपए की तुलना में 14.4 प्रतिशत बढ़कर 123688 करोड़ रुपए हो गया। कुल आयात में 61 प्रतिशत हिस्सा एशिया का रहा, जबकि यूरोप और उत्तर अमेरिका से आयात क्रमश 29 और 8 प्रतिशत रहा।