इस अवसर पर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा कि सीबकथोर्न एक अनोखा उत्पाद है। इसके अलावा सीबकथोर्न से जुड़ी कई अन्य विधियां भी हैं जिसका पतंजलि आयुर्वेद दोहन कर सकता है। पार्रिकर चाहते हैं कि डीआईएचएआर द्वारा विकसित किए गए उत्पाद के अलावा भी पतंजलि आयुर्वेद अन्य स्वास्थ्य उत्पाद लेकर आए। डीआईएचएआर, डीआरडीओ की एक प्रमुख प्रयोगशाला है जो लेह में स्थित है। इसका मुख्य कार्य ठंडे क्षेत्र में कृषि और पशु आधारित उत्पादों की तकनीक विकसित करना ताकि ऐसे क्षेत्रों में ताजा खाना स्थानीय तौर पर उपलब्ध हो। (भाषा)