दिल्ली पहुंची छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई,CM बघेल के समर्थन में विधायकों का शक्ति प्रदर्शन!

विकास सिंह

शुक्रवार, 27 अगस्त 2021 (16:30 IST)
पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ में सत्तारुढ़ पार्टी कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर तकरार सामने आ गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले टीएस सिंहदेव के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर शुरु हुई लड़ाई अब छत्तीसगढ़ से निकलकर दिल्ली पहुंच गई है। प्रदेश की सियासत में लंबे समय से अपनी ही सरकार से नाराज बताए जा रहे टीएस सिंहदेव अब आरपार की लड़ाई लड़ते हुए दिखाई दे रहे है।  
 
मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर हो रही लड़ाई के बीच बघेल गुट ने आज दिल्ली में अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थक बताए जा रहे 50 से अधिक कांग्रेस विधायक आज एक बस में सवार होकर प्रदेश प्रभारी और पार्टी महासचिव पीएल पुनिया से मिलने उनके घर पहुंचे और वहां एक घंटे से अधिक समय तक विधायकों की बैठक चली। पुनिया के घर बैठक के बाद कांग्रेस विधायक एक साथ AICC के दफ्तर पहुंचे। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आज राहुल गांधी से दिल्ली में मिल रहे है। पिछले चार दिनों में राहुल गांधी की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ यह दूसरी बड़ी बैठक है। 

वहीं कांग्रेस विधायकों के लगातार दिल्ली जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इसकी जानकारी उनको मीडिया के माध्यम से ही मिली है। चार दिन में दूसरी बार दिल्ली रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि “पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल ने मुझे बुलाया है, इसलिए दिल्ली जा रहा हूं। वहां राहुल गांधी से मुलाकात होगी"। वहीं मुख्यमंत्री अपने ही सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव के कैप्टन वाले बयान पर कुछ भी कहने से बचते हुए दिखाई दिए।
 
उधर पिछले कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी पार्टी नेताओं के साथ लगातार मुलाकात कर रहे है। गौरतलब है कि टीएस सिंहदेव ने कहा था कि टीम का हर खिलाड़ी कप्तान बनना चाहता है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस विधायकों का शक्ति प्रदर्शन और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का लगातार राहुल गांधी से मिलने के पीछे कारण मुख्यमंत्री की कुर्सी है।

सूबे के सियासी जानकार कहते हैं कि 2018 विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार बनने पर ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का फॉर्मूला तय हुआ था। जिसके चलते अब पूरा विवाद खड़ा हो गया है। वहीं एक दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री पद की रेस में बताए जाने वाले टीएस सिंहदेव ने ऐसे किसी भी फॉर्मूले की बात से इंकार कर दिया था।  
 

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