नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर अब थमती जा रही है, लेकिन दूसरी लहर में तबाही मचाने वाला डेल्टा वेरिएंट के नए स्वरूप ने चिंता बढ़ा दी है। डेल्टा प्लस नामक यह वेरिएंट ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है।
दूसरी ओर, कोरोना के म्यूटेशन पर लगातार रिसर्च कर रहे साइंटिस्ट ज्ञानेश्वर चौबे वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि कोरोना के आने के बाद उसमें लगातार म्यूटेशन हो रहे है और पहले डेल्टा और अब डेल्टा प्लस वेरिएंट उसकी म्यूटेशन का परिणाम है। कोरोना जैसे-जैसे लोगों को इफेक्ट करता जाता है, उतना ही ज्यादा इसमें म्यूटेशन होता जाता है। कोरोनावायरस का म्यूटेशन एक रेंडम प्रोसेस है।