Controversy over word India: शेक्सपियर ने कहा था- नाम में क्या रखा है। लेकिन, भारत के संदर्भ में कहा जाए नाम में ही सब कुछ रखा है। शहरों, कस्बों और गांवों के नाम तो लगातार बदले ही जा रहे हैं, इसी बीच भारत और इंडिया को लेकर भी बहस छिड़ गई है।
इस समय देश में यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि देश को भारत कहा जाए या इंडिया। हालांकि आधिकारिक रूप से दोनों ही शब्द इस्तेमाल होते रहे हैं। जी 20 के आमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह लिखा प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखे जाने पर बवाल खड़ा हो गया है। विपक्ष जहां इसको लेकर सरकार पर हमलावर है, वहीं सत्ता पक्ष इसका खुले तौर पर समर्थन कर रहा है।
विरोध क्यों? : 9 साल बाद सत्ता पक्ष द्वारा 'इंडिया' शब्द के विरोध को लेकर भी विपक्षी दलों के साथ ही अन्य लोग भी असमंजस में हैं। उनका मानना है कि अचानक ऐसा क्या हो गया कि सत्ता पक्ष को 'इंडिया' शब्द से एलर्जी हो गई। मोदी सरकार के इतने लंबे कार्यकाल में कभी भी इस तरह की बात सामने नहीं आई। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस तरह की बात सामने आना लोगों के गले नहीं उतर रहा है।
ये है असली वजह? : दरअसल, हाल ही में 28 विपक्षी दलों ने मिलकर एक गठबंधन बनाया है, जिसका नाम है इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूजिव अलायंस यानी इंडिया। शॉर्ट में इसका नाम 'इंडिया' है। इसके बाद संसद और संसद से बाहर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनके सहयोगियों ने 'इंडिया' यानी विपक्षी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा था। मोदी ने कहा था- ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम में भी इंडिया है। इसी तरह इंडियन मुजाहिदीन और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठनों का भी मोदी एवं उनके सहयोगियों ने कई बार उल्लेख किया।
फिर इन नामों का क्या होगा? : मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे शब्द तो मोदी सरकार के कार्यकाल में ही गढ़े गए हैं। ऐसे में इनका क्या होगा? क्या इन्हें आने वाले समय में मेक इन भारत और डिजिटल भारत के नाम से जाना जाएगा? आईएएस, आईएफएस, आईपीएस, आईआईटी, आईआईएम समेत ऐसे अनेक शब्द हैं, जिनमें इंडिया जुड़ा हुआ है। क्या इन्हें भी बदल दिया जाएगा?
क्या कहा शशि थरूर ने : कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि कहा भारत और इंडिया दोनों ही आधिकारिक नाम है। किसी को भी भारत कहने में आपत्ति नहीं है, लेकिन इंडिया शब्द की सदियों से ब्रांड वैल्यू है। इस नाम को पूरी दुनिया में मान्यता प्राप्त है। मुझे उम्मीद है कि सरकार ऐसी मूर्खता नहीं करेगी कि 'इंडिया' से पूरी तरह से छुटकारा पा ले। हमें दोनों ही शब्दों का उपयोग जारी रखना चाहिए।
While there is no constitutional objection to calling India “Bharat”, which is one of the countrys two official names, I hope the government will not be so foolish as to completely dispense with “India”, which has incalculable brand value built up over centuries. We should… pic.twitter.com/V6ucaIfWqj
गठबंधन का नाम भारत भी हो सकता है : दूसरी ओर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने इंडिया को लेकर जारी विवाद पर कहा कि गठबंधन का नाम इंडिया होने के कारण इंडिया शब्द को हटाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा को लग रहा है कि विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया होने से उसके वोट कम हो जाएंगे। इसीलिए भाजपा बौखलाई हुई है। उन्होंने कहा कि यदि गठबंधन ने अपना नाम 'भारत' रख लिया तो क्या करेंगे?
भारत माता की जय : फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी एक्स पर पोस्ट में लिखा- भारत की माता की जय। हालांकि इसके बाद एक्स पर यूजर्स ने उनके समर्थन और विरोध में भी ट्वीट किए। निधि गुप्ता ने लिखा- एक भारत, श्रेष्ठ भारत, अखंड भारत। नीरज झा ने लिखा- सर ये जय के बाद जो लाल वाला झंडे जैसा कुछ लगाया है, वो क्या है? व्हाट्सएप फॉर्वर्ड को हुबहू कॉपी और फिर पेस्ट करते हैं क्या? एक अन्य ने लिखा- जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया। हम तो इंडिया भी हैं और भारत भी हैं।
कहां से आया भारत और इंडिया : भारत शब्द की उत्पत्ति भगवान विष्णु के 8वें अवतार और जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ (ऋषभ देव) के पुत्र भरत के नाम से मानी जाती है। इसका हरिवंश पुराण, वायु पुराण, भागवत पुराण और विष्णु पुराण में भी उल्लेख मिलता है। वहीं, इंडिया शब्द अंग्रेजों का दिया हुआ है। इंडस शब्द से ही इंडिया नाम पड़ा है। हालांकि दोनों ही नामों का आधिकारिक रूप से प्रयोग किया जाता है। भारत का एक अन्य नाम हिन्दुस्तान या हिन्दुस्थान भी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोग हिन्दुस्थान (हिन्दुओं का स्थान) शब्द का आमतौर पर प्रयोग करते हैं।