हालांकि परिवहन मंत्री परब ने वाजे के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे गलत हैं और इसका लक्ष्य उनकी छवि धूमिल करना है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। वाजे को पुलिस सेवा में पिछले साल फिर से बहाल किया गया था। उन्होंने एक पत्र में यह सनसनीखेज दावा किया, जिसे उन्होंने यहां विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश करने की कोशिश की।
वाजे ने कहा, मुझे छह जनवरी 2020 को सेवा में फिर से बहाल किया गया। इसके शीघ्र बाद कुछ लोग इस निर्णय को पलटना चाहते थे। उन्होंने कहा, संभवत: तब शरद पवार ने मुझे फिर से निलंबन में रखने का आदेश दिया।
वाजे ने चार पृष्ठों के हाथ से लिखे पत्र में दावा किया, उस वक्त तत्कालीन गृहमंत्री महोदय (देशमुख) ने भी मुझसे कहा था कि वह पवार साहेब को मनाएंगे और उसके लिए उन्होंने मुझे दो करोड़ रुपए देने को कहा था। वाजे ने कहा कि उन्होंने इतनी बड़ी रकम अदा करने में अपनी अक्षमता जताई। उन्होंने कहा, इस पर गृहमंत्री महोदय ने मुझसे बाद में रकम अदा करने को कहा था।
शिवसेना नेता परब ने वाजे के दावे को खारिज करते हुए कहा, मैं बाल ठाकरे और अपनी दो बेटियों की कसम खाता हूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाविकास आघाडी सरकार को बदनाम करने की यह भाजपा की साजिश है।(भाषा)