विज्ञान टीम पुरस्कार टीम चंद्रयान-3 को दिया जाएगा। ये पुरस्कार हर साल दिए जाएंगे और विज्ञान के विभिन्न विभागों द्वारा दिए जाने वाले 300 से अधिक पुरस्कारों की जगह लेंगे। सरकार ने इस साल की शुरुआत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में शोधकर्ताओं, प्रौद्योगिकीविदों और नवोन्मेषकों के उत्कृष्ट और प्रेरक वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकीय और नवोन्मेषी योगदान को सराहने के लिए इन पुरस्कारों की घोषणा की थी।
विज्ञानश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले वैज्ञानिकों में खगोल भौतिकविद् अन्नपूर्णी सुब्रमण्यन, कृषि वैज्ञानिक आनंदरामकृष्णन सी, आवेश कुमार त्यागी (परमाणु ऊर्जा), प्रो. उमेश वार्ष्णेय और प्रो. जयंत भालचंद्र उदगांवकर (दोनों जैविक विज्ञान के क्षेत्र में), प्रो. सैयद वजीह अहमद नकवी (पृथ्वी विज्ञान), प्रो. भीम सिंह (इंजीनियरिंग विज्ञान), प्रो. आदिमूर्ति आदि और प्रो. राहुल मुखर्जी (गणित और कंप्यूटर विज्ञान), प्रो. डॉ. संजय बिहारी (चिकित्सा), प्रो. लक्ष्मणन मुथुसामी और प्रो. नबा कुमार मंडल (भौतिकी) और प्रो. रोहित श्रीवास्तव (प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष) शामिल हैं।
विज्ञान युवा पुरस्कार प्राप्त करने वालों में कृष्णमूर्ति एसएल और स्वरूप कुमार परिदा (कृषि विज्ञान), राधाकृष्णन महालक्ष्मी और प्रो. अरविंद पेनमैत्सा (जैविक विज्ञान), विवेक पोलशेट्टीवार और विशाल राय (रसायन विज्ञान), रॉक्सी मैथ्यू कोल (पृथ्वी विज्ञान), अभिलाष और राधा कृष्ण गंटी (इंजीनियरिंग विज्ञान), पूरबी सैकिया और बप्पी पॉल (पर्यावरण विज्ञान), महेश रमेश काकड़े (गणित और कंप्यूटर विज्ञान), जितेंद्र कुमार साहू और प्रज्ञा ध्रुव यादव (मेडिसिन), उर्बशी सिन्हा (भौतिकी), दिगेंद्रनाथ स्वैन अंतरिक्ष और प्रशांत कुमार (अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी) और प्रभु राजगोपाल (प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष) शामिल हैं।