भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कई लोगों के नाम सामने आए हैं, जो केजरीवाल के लिए काम करते थे, लेकिन उन्हें वेतन दिल्ली सरकार से मिलता था। अभी आप ने इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
भाजपा ने यह आरोप तब लगाया है, जब उपराज्यपाल वी के सक्सेना के निर्देश पर सेवा विभाग ने विशेषज्ञों, फेलो और सलाहकारों के रूप में भर्ती किए गए 437 लोगों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
त्रिवेदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल और आप का एक नया रूप सामने आया है, जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकारी पदों पर रहते हुए पार्टी का काम करने के लिए सरकारी वेतन पर भर्ती किया जाता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया कि 116 लोगों के नाम सामने आए हैं, जो सरकार से वेतन पाने के बावजूद आप के लिए काम कर रहे थे। इन्होंने अपने सोशल मीडिया खाते डिलीट कर दिए हैं। सचदेवा ने इस मुद्दे पर उपराज्यपाल सक्सेना से कार्रवाई करने की भी मांग की।