दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग (डीएफएस) ने रविवार को बताया कि शहर के 8 अस्पतालों और आईजीआई हवाईअड्डे को ई-मेल भेजकर बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी ऐसे में मिली है जब 11 दिन पहले, एक मई को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 150 से ज्यादा स्कूलों को ईमेल मिला था जिसमें उन्हें बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी, जिसके कारण विद्यार्थियों और अभिभावकों में दहशत फैल गई थी। अधिकारियों को जांच के दौरान कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला था।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को रविवार अपराह्न तीन बजे बुराड़ी अस्पताल को धमकी मिलने के बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद शहर भर के कई अन्य अस्पतालों से शिकायतें आईं और पुलिस दलों को भेजा गया, लेकिन अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
डीएफएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बम की ये धमकियां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल-3, बुराड़ी अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, बाड़ा हिंदू राव अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल, डाबड़ी में दादा देव अस्पताल और सिविल लाइंस में अरुणा आसफ अली सरकारी अस्पताल को मिलीं।
पुलिस उपायुक्त (आईजीआई) उषा रंगनानी ने कहा, आईजीआई हवाईअड्डे पर सुरक्षा संचालन नियंत्रण केंद्र को परिसर के भीतर एक विस्फोटक उपकरण के संबंध में एक धमकी भरा ई-मेल मिला है। उन्नत सुरक्षा प्रोटोकॉल अब प्रभावी हैं और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस संबंध में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हवाईअड्डे के अधिकारियों को शाम छह बजे एक धमकी भरा ई-मेल मिला।
इन धमकियों के मद्देनजर दिल्ली के सभी अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हवाईअड्डे पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। हालांकि, अब तक किसी भी स्थान से कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ है।
उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम के मीणा ने कहा कि अपराह्न तीन बजे बुराड़ी अस्पताल से धमकी के संबंध में कॉल आने के बाद स्थानीय पुलिस, बम निरोधक दस्ते और श्वान दस्ते को घटनास्थल पर भेजा गया।
पुलिस उपायुक्त ने कहा, ये टीम अस्पताल की जांच कर रही हैं। अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
बुराड़ी अस्पताल के एक अधिकारी ने एक बयान में कहा, अपराह्न करीब तीन बजे हमें अस्पताल में बम होने के संबंध में एक ई-मेल मिला। इसके बाद गहन स्तर पर जांच की गई और सब कुछ ठीक मिला। यह पहली बार था जब हमें ऐसा कोई ई-मेल प्राप्त हुआ।
अधिकारियों के मुताबिक संजय गांधी अस्पताल को भी अपराह्न करीब तीन बजे एक धमकी भरा ई-मेल मिला।
डीएफएस के एक अधिकारी ने कहा, कॉल के तुरंत बाद, हमने तुरंत दोनों स्थानों पर दमकल की दो गाड़ियों को भेजा। जिन-जिन स्थानों से हमें फोन आ रहे हैं, उन सभी स्थानों पर टीम भेजी गई हैं। हमारी टीम अअ भी वहीं हैं और तलाशी अभियान जारी है।
शाहदरा के पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे जीटीबी अस्पताल में बम होने की अफवाह वाला एक ई-मेल प्राप्त हुआ और अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को इसके बारे में सूचित किया।
पुलिस उपायुक्त चौधरी ने कहा, पुलिस तुरंत हरकत में आई और बम निरोधक दस्ते को अस्पताल बुलाया। जीटीबी अस्पताल और दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट (परिसर में स्थित) की जांच की गई। कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
दिल्ली में द्वारका के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि दादा देव अस्पताल में बम की धमकी के संबंध में डाबड़ी पुलिस थाने में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। पुलिस और अस्पताल के कर्मचारियों ने परिसर की जांच की और अग्निशमन विभाग की गाड़ियों और एजेंसियों ने भी अस्पताल का दौरा किया। अधिकारी ने कहा कि अस्पताल में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
जीटीबी अस्पताल के चिकित्सक रजत झाम्ब ने कहा, हमें अन्य अस्पतालों की तरह ही ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिली, लेकिन अस्पताल में दहशत जैसी कोई स्थिति नहीं थी। इस बीच, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकारियों ने कहा कि बाड़ा हिंदू राव अस्पताल के प्रशासन को बम की धमकी के बारे में पता चला।
एमसीडी के अधिकारियों ने कहा, अस्पताल में बम होने की सूचना मिलने के बाद इलाके के थाना प्रभारी ने श्वान दस्ते और बम खोजी दस्ते के साथ परिसर का निरीक्षण किया। कोई खतरा नहीं पाया गया। हिंदू राव अस्पताल के अतिरिक्त एमएस, नोडल अधिकारी, आपातकालीन अधिकारी और अस्पताल के सुरक्षा प्रभारी ने परिसर का एक और दौरा किया। कुछ खुले स्थान बंद कर दिए गए और रात में सुरक्षा जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
एमसीडी ने एक बयान में कहा कि ऑपरेशन थिएटर, आपातकाल विभाग, सीसीयू और ब्लड बैंक किसी भी प्रतिकूल घटना से निपटने के लिए तैयार हैं। अस्पताल के कर्मचारियों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।