बृजभूषण ने शायरी से अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा- कभी यश कभी गम, कभी जहर पिया जाता है तब जाकर जमाने में जिया जाता है। ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मुझको याद किया जाता है। इसको रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से नाम लिया जाता है।
हालांकि उन्होंने पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन पर कुछ नहीं कहा। बृजभूषण के खिलाफ एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों ने यौन शोषण और दुराचार के आरोप लगाए हैं। दिल्ली पुलिस इस केस की जांच कर रही है। 9 जून को ही जंतर मंतर पर धरने में शामिल एक महिला पहलवान पुलिस की सुरक्षा में आरोपी बृजभूषण सिंह के घर पहुंची थी।
दूसरी तरफ इंटरनेशनल रेफरी जगबीर का एक बयान सामने आया है जिसमें वह बृजभूषण के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि WFI चीफ और उसके साथियों नशे में बच्चों के साथ गलत व्यवहार किया। हम सब 2013 में थाईलैंड गए हुए थे, तब पहली बार प्रेसीडेंट को इस तरह महिला के पीछे खड़ा हुआ देखा।