त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के पूरी तरह से निजी हैसियत से दिए गए बयान को भाजपा ने गलत माना, सिंह के माफी मांगने के बावजूद पार्टी ने उसे अक्षम्य मानते हुए कार्रवाई की और पार्टी से निष्कासित कर दिया। राज्यसभा में सदन के नेता वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी माफी मांगी।
उन्होंने कहा कि लेकिन बसपा के कार्यकर्ताओं ने उसके बाद सुश्री मायावती के निर्देश पर पूरी तरह से योजना बनाकर, सुविचारित ढंग से दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर अभद्र बयान दिए और पोस्टर लगाए। अगर बसपा महिला सम्मान की सच्ची पैरोकार है तो वह दयाशंकर सिंह के लिए जिस सज़ा की मांग कर रही है, वही सज़ा बसपा के कार्यकर्ताओं को भी दी जानी चाहिए। (वार्ता)