हालांकि प्रशांत किशोर ने चंद्रबाबू को सधे हुए शब्दों में ही जवाब दिया है। किशोर ने ट्वीट कर लिखा कि जब हार तय हो तो अनुभवी राजनेता भी विचलित हो सकता है। मैं उनके निराधार बयानों से हैरान नहीं हूं। श्रीमान जी, अपमानजनक भाषा, जो कि बिहार के प्रति आपके पूर्वाग्रह और द्वेष को दिखाती है, का प्रयोग करने की बजाए इस बात पर ध्यान दें कि लोग आपको दोबारा वोट क्यों नहीं देंगे?