नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम से संपर्क टूट गया, लेकिन आर्बिटर चन्द्रमा के चक्कर लगा रहा है। इसरो ने कहा कि अभी भी उम्मीद कायम है। मार्च 2018 में मिशन के लांचिंग सैन्य उपग्रह जीसैट-6ए से संपर्क टूटने के कारण इसकी लांचिंग टाली गई थी। संपर्क टूटने के बाद मिशन को लेकर ISRO के अधिकारी कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते थे।
इसरो ने तब कहा था कि उपग्रह में लगे दूसरे इंजन को चालू करने के बाद संपर्क टूट गया और दोबारा इसे साधने की कोशिश की जा रही। उस समय चंद्रयान-2 (chandrayaan2) को अक्टूबर 2018 में लांच करने की योजना थी। अधिकारियों ने तब कहा था कि वे कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहते और करोड़ों डॉलर की चंद्रयान-2 परियोजना की सफलता को पुख्ता करना चाहते हैं।