खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दूसरे दिन पत्रकार हरिंदर बावेजा की पुस्तक They Will Shoot You Madam पर चर्चा के दौरान हरिंदर बावेजा ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सबसे बड़ी गलती करार दिया। उन्होंने कहा कि इसके बिना भी आतंकवादियों को स्वर्ण मंदिर से बाहर निकाला जा सकता था।
इस पर चिदंबरम ने कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार का फैसला इंदिरा गांधी का अकेले का नहीं था। उस समय सेना, पुलिस व उस समय के पंजाब के नेताओं का निर्णय था। उन्होंने कहा कि इंदिरा को ऑपरेशन ब्लू स्टार की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। इस पर बावेजा ने कहा कि प्रधानमंत्री तो इंदिरा गांधी थी। ऐसे में उनके आदेश पर ही ऑपरेशन ब्लू स्टार हुआ।
बावेजा ने कहा कि इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही सुरक्षा कर्मियों ने की थी और उनकी सुरक्षा में एक एमपी का बेटा भी था। इस पर चिदंबरम ने कहा कि बावेजा ने किताब केवल एक ही नेता के सोर्स पर लिखी है, जबकि कई लोगों से बात करके यह लिखी जानी चाहिए थी।
क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार : आपरेशन ब्लू स्टार के तहत भारतीय सेना ने 1 जून 1984 को अमृतसर के हरिमंदिर साहिब परिसर को खालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों से मुक्त कराने के लिए चलाया गया अभियान था। यह ऑपरेशन 8 दिन तक चला था। ऑपरेशन के परिणामस्वरूप, जरनैल सिंह भिंडरावाले और कई अन्य आतंकवादी मारे गए और सेना ने अकाल तख्त पर नियंत्रण कर लिया। ऑपरेशन में सेना के 83 जवान और 334 अन्य घायल हुए थे। सिख समुदाय में इस घटना के कारण गहरा रोष और तनाव फैल गया। इसके चलते 31 अक्टूबर 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख बॉडीगार्ड्स ने हत्या कर दी।