नई दिल्ली। भारत में दुनिया की करीब 33 प्रतिशत बालिका वधू रहती हैं और करीब 10.3 करोड़ भारतीयों की शादी 18 साल से पहले हो जाती है। शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई। बालिकाओं के बाल विवाह को रोकने से 27 हजार नवजातों की मौत, 55 हजार शिशुओं की मौत और 160000 बच्चों की मौतों से बचा जा सकता है।
शबाना ने कहा, पितृसत्ता बाल विवाह की जड़ में है और बाल विवाह रोकने के लिए पितृसत्ता से पूरी तरह से निपटना होगा। लड़कियों को शिक्षित करना और उनमें भरोसा पैदा करना होगा, ताकि वे बाल विवाह का विरोध करें और अपने जीवन के बारे में खुद फैसला करें। उन्होंने कहा कि संख्या बड़ी है और इसे गंभीरता से लेना चाहिए। (भाषा)