इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक संबंधी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। साथ ही इस सम्मेलन से दोनों देशों को आपसी संबंधों को मजबूत करने का अच्छा अवसर मिलेगा।
इन दोनों नेताओं के बीच 11 और 12 अक्टूबर को दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता चेन्नई के समीप प्राचीन तटीय शहर मामल्लापुरम में होगी। इस दौरान दोनों देश भारत-चीन विकास साझेदारी को और गहरा करने पर विचार-विमर्श करेंगे। इसके बाद जिनपिंग 13 अक्टूबर को नेपाल के राजकीय दौरे पर जाएंगे। इससे पहले इनकी अनौपचारिक शिखर वार्ता चीन के वुहान में अप्रैल 2018 में हुई थी।
चीन का पाकिस्तान को झटका : जिनपिंग की भारत यात्रा से पहले चीन ने एक महत्वपूर्ण बयान में कहा है कि कश्मीर के मुद्दे का समाधान भारत और पाकिस्तान को आपसी बातचीत से निकालना होगा और दोनों देशों को क्षेत्रीय स्तर पर वार्ता के माध्यम से शांतिपूर्वक विवादों का हल करना चाहिए। जबकि इसी दौरान पाक प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा चीन के दौरे पर हैं।