चोटी चोर की दहशत, कहीं मौत तो कहीं अस्पताल पहुंचाया...

शनिवार, 5 अगस्त 2017 (14:36 IST)
नई दिल्ली। राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और दिल्ली समेत देश के कई अन्य राज्यों में भी चोटी काटने वाले की दहशत फैली हुई है। अब इसकी दहशत इतनी फैल गई है कि महिलाएं अपना मानसिक संतुलन खो रही हैं। हालांकि पुलिस इसे शरारत से ज्यादा कुछ भी नहीं मान रही है। 
 
चोटी कटवा की दहशत अब उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर में भी दिखाई देने लगी है। पुलिस अधीक्षक केबी सिंह ने शनिवार को यहां बताया कि यह महज एक अफवाह है। कुछ शरारती तत्व दहशत फैलाने के उद्देश्य से इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं की चोटी कटने की सूचना आ रही उनकी जांच की जा रही है।
 
सिंह ने बताया कि जिले के सभी थानों तथा पुलिस टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। अफवाह फैलाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि जुलाई, अगस्त का महीना आते ही ग्रामीण अंचलों में मुंह नुचवा, आदमी का पत्थर बनाना, चुड़ैल आने जैसी अफवाह फैलने लगती हैं और अब यह महिलाओं की चोटी कटने वाली।
 
शाहजहांपुर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से अब तक 12 से ज्यादा मामले आ चुके हैं। चोटी कटने से बेहोश हुई महिलाओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कुछ की डॉक्टरों ने छुट्टी कर घर भेज दिया।
 
सभी मामलों में यह देखा गया कि महिलाएं बेहोश हुईं और कोई उनकी चोटी काट गया, लेकिन अभी तक चोटी किसने काटी किसी को पता नहीं लगा। महिलाएं बताती हैं कि उन्हें सिर दर्द के साथ चक्कर आया और वे बेहोश हो गईं। ब होश आया तो उनकी चोटी कट चुकी थी।
      
इस संबंध में मनोवैज्ञानिक डॉक्टर रवि मोहन ने बताया कि यह हिस्ट्रीरिया की बीमारी है। इस बीमारी में रोगी अपने कपड़े फाड़ता है। उसे पेशाब करने का भी पता तक नही चलता। चोटी काटने का काम महिलाएं अपने आप करती हैं। बेहोशी की बजह से उन्हें पता ही नहीं चलता है। उन्होंने बताया कि जब इस तरह की अफवाहें फैलती हैं तो इस रोग से पीड़ित को लगने लगता है की उसके साथ भी वैसा ही हो रहा है। बेहोशी की हालत में वह इस तरह की घटना को कर बैठता है। इस तरह के लक्षण महिलाओं मे अधिक होते हैं। यह रोग बारिश के दिनों में अधिक फैलता है। 
 
नौ हिरासत में : राजस्थान के भरतपुर में महिलाओं की चोटी के बाल काटे जाने के शक में एक मंदबुद्धि की बेरहमी से की गई पिटाई के कारण उसके भाई की हुई मौत के मामले में पुलिस ने नामजद आरोपियों में से 9 लोगों को हिरासत में लिया है। डीग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कबिया ने बताया कि 30 जुलाई को सीकरी थाने के सोलपुर पट्टी निवासी मंदबुद्धि मुबीन की सीकरी थाना के गांव कंगड़ावास में ग्रामीणों ने महिलाओं की चोटी काटने के आरोप में उसे पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई की जिसे देखकर मंदबुद्धि मुबीन के भाई जहीर की मौत हो गई। मुबीन गंभीर रूप से घायल हो गया। 
 
उन्होंने बताया बताया कि मामले को लेकर मंदबुद्धि मुबीन के भाई राजू मेव ने 4 अगस्त को लालो, नंदो, भजन, मंगल, रंजीत, सुरेश, त्रिलोक, सतीश, सगर, राजू, चतरसिंह, मांगी, बोनी तथा 10-15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस पर पुलिस की तीन थानों की टीमों ने दबिश देकर नौ जनों को हिरासत में लिया है।
 
महिला अस्पताल में भर्ती : इधर मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक महिला ने सोते समय किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपनी चोटी काटे जाने का दावा किया है। घटना से दहशत में आई महिला को शनिवार तड़के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिंहपुर थाना पुलिस सूत्रों ने बताया कि ग्राम उरदना निवासी विमला सेन (38) शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात अपनी बेटी के साथ घर में सो रही थी। उसी दौरान किसी अज्ञात ने उसकी चोटी काट ली। इस अप्रत्याशित घटना से महिला का मानसिक संतुलन बिगड़ गया और उसे अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा।

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