इसमें कहा गया है कि 94 फीसदी लोग आशावादी हैं और कहा है कि स्वच्छ भारत के महात्मा गांधी के सपने को पूरा किया जा सकता है। इसमें बताया गया है कि 79 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि सफाई को लेकर पिछले तीन साल में उन्होंने लोगों के स्वभाव में व्यवहारिक बदलाव देखे हैं। 90 प्रतिशत लोगों का कहना है कि सफाई कायम रखने के लिए अब वे जागरूक प्रयास करते हैं । बयान में यह नहीं बताया गया कि ‘स्वच्छ संवाद’ नामक इस सर्वे में कितने लोगों ने हिस्सा लिया। (भाषा)