उन्होंने 2008 के मुंबई आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय आतंकवादियों को कानून की जद में लाया गया था और पाकिस्तान को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब किया गया था। रमेश का कहना था कि हम चाहते हैं कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को पकड़ा जाए। इस हमले को 1 महीना पूरा होने को आया है। कूटनीतिक प्रयास ठीक हैं, लेकिन हमला करने वाले आतंकवादियों को पकड़ना और उन्हें दंडित करना जरूरी है।
आतंकवादियों ने बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। मारे गए लोगों में ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने 6 और 7 मई की दरमियानी रात को ऑपरेशन सिंदूर अभियान चलाकर पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे।(भाषा)