Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए सत्तारूढ़ महायुति (भाजपा, शिवसेना और एनसीपी) सीट शेयरिंग समझौते को अंतिम रूप दे दिया है, लेकिन विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी-एसपी) अभी भी सीटों के बंटवारे के गणित में ही उलझी हुई है। इसी बीच, महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं ने हाईकमान को यह संदेश भी देने की कोशिश की है कि वह उद्धव ठाकरे के आगे झुके नहीं।
क्या कहते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष : हालांकि महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि गठबंधन में दिक्कतें आती हैं, लेकिन हम बैठक में सभी मतभेदों को सुलझा लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि महायुति की तुलना में एमवीए के सहयोगी अधिक एकजुट हैं। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला ने कहा था कि हमारे बीच गंभीर मतभेद नहीं है, हम एकजुट हैं सीटों को लेकर बातचीत चल रही है। दरअसल, उद्धव ठाकरे ने विदर्भ इलाके से 12 सीटों की मांग की है। उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी भी दी है कि सीट बंटवारे पर बातचीत को 'ब्रेकिंग पॉइंट' तक नहीं बढ़ाना चाहिए।
हाल ही में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने भी कहा था कि 200 सीटों पर समझौता हो चुका है। कुछ सीटों पर ही मतभेद की स्थिति है। वैसे अटकलें हैं कि महाविकास अघाड़ी सीटों को लेकर विवाद को सुलझाने में सफल होगा और जल्दी ही इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है। लेकिन, यदि यह विवाद बढ़ता है तो विपक्षी गठबंधन के लिए 'शुभ' नहीं होगा। कांग्रेस को यदि झुकना भी पड़े तो अन्तत: फायदा उसका ही होगा। क्योंकि हरियाणा की हार से कांग्रेस अभी भी उबर नहीं पाई होगी।