उन्होंने कहा कि संसद में मेरे शहीद पिता का अपमान किया। शहीद के बेटे को 'मीर जाफर' कहा गया। केंद्रीय मंत्री भरी संसद में मेरी मां का अपमान करते हैं। भाजपा के मुख्यमंत्री कहते हैं कि इनके पिता कौन हैं? PM भरी संसद में 'नेहरू सरनेम' पर सवाल उठाते हैं? आप पर तो कोई केस नहीं होता, आपकी सदस्यता रद्द नहीं होती।
प्रियंका का इमोशनल कार्ड : प्रियंका ने कहा कि साल 1991 में मेरे पिता की शव यात्रा तीन मूर्ति भवन से निकल रही थी। अपनी मां के साथ, अपने भाई के साथ हम गाड़ी में बैठे थे और सामने भारतीय सेना का एक ट्रक था फूलों से लदा हुआ चल रहा था। उसके ऊपर मेरे पिताजी का शव था। काफिला थोड़ी दूर चला तो राहुल कहने लगे कि मुझे उतरना है तब मेरी मां ने मना किया।
इसके बाद प्रियंका ने कहा, राहुल गाड़ी से उतरा और सेना के पीछे चलने लगा. कड़ी धूप में अपने पिता के जनाजे के पीछे पीछे पैदल चलते-चलते यहां पहुंचा। इस जगह से कुछ 500 गज दूर मेरे शहीद पिता का अंतिम संस्कार मेरे भाई ने किया।
परिवारवाद पर क्या बोलीं प्रियंका : उन्होंने कहा कि अगर आप परिवारवादी कहते हैं तो भगवान राम कौन थे? भगवान राम को वनवास भेजा गया, लेकिन उन्होंने अपने परिवार और धरती के प्रति अपना फर्ज निभाया। तो क्या भगवान राम परिवारवादी थे। क्या अपने परिवार के संस्कारों के लिए लड़ने वाले कृष्ण परिवारवादी थे।