कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने मंगलवार को एक सरकारी डॉक्यूमेंट का स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का बायो था। डॉक्यूमेंट में लिखा है कि टीवी एक्टर से नेता बनीं स्मृति ईरानी ने राजनीति में कदम रखने से पहले WHO-ORS प्रोग्राम के लिए भारत में यूएसएआईडी गुडविल एंबेसडर के रूप में काम किया था। क्या इसका मतलब यह है कि भाजपा के नेता जॉर्ज सोरोस के असली एजेंट हैं?
इस बीच भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि स्मृति ईरानी 2002 से 2005 के बीच WHO द्वारा ORS गुडविल ब्रांड एंबेसडर नियुक्त की गई थीं और उस दौरान 2004-05 में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार सत्ता में थी। उन्होंने कहा कि उस समय स्मृति ईरानी 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' सीरियल की वजह से घर-घर में पहचानी जाती थीं। WHO ने उन्हें इस कार्यक्रम का प्रचार करने के लिए चुना था।
मालवीय ने कहा कि जब यह कार्यक्रम चल रहा था, तब दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित थीं और पवन खेड़ा उनके सहायक थे, जो केवल उनके चप्पल और बैग उठाने का काम करते थे।