यह कहा था भागवत ने : गत बुधवार को नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान आरएसएस प्रमुख भागवत ने एक कार्यक्रम में 75 साल की उम्र के बाद सेवानिवृत्त होने संबंधी टिप्पणी की थी। भागवत ने संघ विचारक मोरोपंत पिंगले की टिप्पणी का उल्लेख किया था कि जब 75 साल की उम्र पूरी होने पर शॉल आपके ऊपर डाला जाता है तो इसका मतलब है कि आप एक निश्चित उम्र तक पहुंच गए हैं, अब आपको अलग हट जाना चाहिए और दूसरों को काम करने देना चाहिए।
रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया कि बेचारे अवार्ड-जीवी प्रधानमंत्री! कैसी घर वापसी है यह? लौटते ही सरसंघचालक ने याद दिला दिया कि 17 सितंबर 2025 को वे 75 साल के हो जाएंगे। लेकिन प्रधानमंत्री भी सरसंघचालक से कह सकते हैं कि वे भी तो 11 सितंबर 2025 को 75 साल के हो जाएंगे! उन्होंने कटाक्ष किया कि 'एक तीर, दो निशाने।'(भाषा)