Weather Update: राजस्थान (Rajasthan) में मूसलधार बारिश का कहर जारी है। दूसरी ओर हरियाणा के गुरुग्राम में तेज बारिश की वजह से कई जगहों पर जलभराव हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delh) में भी कई स्थानों पर जलजमाव हो गया है। स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शुक्रवार, 11 जुलाई को ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, हरियाणा और पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश संभव है। पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, बिहार, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, कोंकण व गोवा, तटीय कर्नाटक और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा IMD के अनुसार अन्य राज्यों में भी भारी बारिश की संभावना है।
दिल्ली में कई स्थानों पर जलजमाव के बाद सीएम रेखा गुप्ता ने की बैठक : नई दिल्ली से मिले समाचारों के अनुसार दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को अधिकारियों को जलजमाव वाले संभावित इलाकों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि भले ही बारिश नहीं हो रही हो, फिर भी अधिकारी ऐसे इलाकों का दौरा करें। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली के कई इलाकों में कल गुरुवार रात बारिश का पानी भर गया था और सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो प्रसारित हुए जिनमें लोग घुटनों तक बारिश के पानी में चलते नजर आए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने यह बैठक की।ALSO READ: UP से बंगाल तक भारी बारिश का अलर्ट, क्या है राजस्थान में मौसम का हाल?
एक आधिकारिक बयान के अनुसार गुप्ता ने लोक निर्माण मंत्री प्रवेश सिंह वर्मा और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग तथा बाढ़ प्रबंधन के अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने अधिकारियों को जलजमाव रोकने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया और ऐसा नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। गुप्ता ने संतोष व्यक्त किया कि भारी बारिश के बावजूद मिंटो रोड और आईटीओ जैसे क्षेत्रों में पानी भरने की कोई सूचना नहीं मिली।
राष्ट्रीय राजधानी के पटपड़गंज और यहां तक कि उनके विधानसभा क्षेत्र शालीमार बाग जैसे इलाकों में भारी जलजमाव हुआ। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नालियों का निरीक्षण करने और रुकावटें दूर करने के निर्देश दिया। गुप्ता ने कहा कि जलजमाव वाले इलाकों का निरीक्षण उन दिनों में भी करें जब बारिश नहीं हो रही हो। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने सड़क किनारे पड़े कचरे को हटाने तथा कचरा के बह कर नालियों में जाने पर काबू के लिए ठोस कदम उठाने को कहा।
राजस्थान में मूसलधार बारिश का कहर, पूर्वी हिस्सों में बाढ़ का खतरा : इस साल राजस्थान में मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है। शुरुआत से ही राज्य में अक्सर सक्रिय या प्रबल मानसूनी परिस्थितियां बनी रही हैं। पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 77% अधिक बारिश जबकि पूर्वी राजस्थान में 135% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। आगे के दिनों में राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है, विशेषकर पूर्वी राजस्थान में। कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश से स्थानीय बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है।ALSO READ: राजस्थान से बंगाल तक 15 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, क्या है हिमाचल का हाल?
13 और 14 जुलाई को पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश होगी। जयपुर, अलवर, अजमेर के साथ-साथ धौलपुर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, दौसा, टोंक, कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। 13 जुलाई को बारिश की तीव्रता और क्षेत्रीय विस्तार चरम पर होगा। 15 और 16 जुलाई को उत्तर और कुछ पश्चिमी जिलों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। हालांकि सीमावर्ती पश्चिमी इलाके (जैसे जैसलमेर और आसपास) संभवत: भारी बारिश से बच सकते हैं। गंगानगर, सूरतगढ़, अनूपगढ़, हनुमानगढ़ और महाजन में 16 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है।
उत्तराखंड में कई स्थानों पर बारिश जारी, देहरादून में नदी में व्यक्ति डूबा : देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार देहरादून में भारी बारिश के दौरान एक उफनती नदी में 1 व्यक्ति डूब गया जबकि उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में रुक-रुककर बारिश जारी रही। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के वर्षा प्रभावित रायपुर क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतते हुए चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने गुरुवार को बताया कि देहरादून के रायपुर क्षेत्र में रिस्पना नदी में बुधवार रात 1 व्यक्ति के डूबने की सूचना मिलने पर राज्य आपदा प्रतिवादन बल की टीम ने तलाश अभियान शुरू किया और उसका शव बरामद किया। एसईओसी का कहना है कि मृतक की पहचान रायपुर के रहने वाले अनिल कुमार (42) के रूप में हुई है। पिछले 24 घंटे के दौरान देहरादून समेत राज्य के कई स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।ALSO READ: Weather Update: 16 राज्यों में भारी बारिश, सूरत में 36 घंटे में 19 इंच पानी, राजस्थान में भी बाढ़ से हालात
एसईओसी ने बताया कि देहरादून शहर के हाथीबड़कला में 118 मिलीमीटर और करनपुर में 106 मिलीमीटर, मसूरी में 130.2 मिलीमीटर, उत्तरकाशी जिले के डुंडा में 88 मिलीमीटर, नैनीताल जिले के हल्द्वानी में 101 मिलीमीटर, मुक्तेश्वर में 96.6 मिलीमीटर, उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में 78 मिलीमीटर बारिश हुई।
इसके अनुसार पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी में 88 मिलीमीटर, तेजम में 60.2 मिलीमीटर, अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में 96 मिलीमीटर, बागेश्वर जिले के कपकोट में 124 मिलीमीटर और चंपावत जिले के टनकपुर में 136 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण गंगा, यमुना तथा उनकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। एसईओसी के अनुसार भूस्खलन के कारण राज्यभर में 179 छोटी-बड़ी सड़कों पर आवागमन अवरुद्ध है तथा इन सड़कों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है।
मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर गुरुवार को देहरादून जिले में 12वीं तक के स्कूल बंद रहे। मुख्यमंत्री ने देहरादून के रायपुर क्षेत्र में किरसाली चौक, आईटी पार्क, ननूरखेड़ा, आमवाला, तपोवन और शांति विहार में स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुनते हुए कहा कि जनता की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से नालियों की सफाई और जल भराव वाले क्षेत्रों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था किए जाने, अलर्ट मोड पर रहने तथा किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उधर उत्तरकाशी जिले के ओजरी में 29 जून को आई आपदा के बाद से ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवरुद्ध यातायात गुरुवार को 11 दिन बाद बहाल हो गया। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता धीरज गुप्ता ने बताया कि ओजरी में बेली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है और उस पर वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले यमुनोत्री की ओर फंसे वाहनों को निकाला गया।ALSO READ: Weather Update: नागपुर में 71 गांवों से संपर्क टूटा, दिल्ली से राजस्थान तक भारी बारिश का अलर्ट
हिमाचल में भारी बारिश से मंडी-धरमपुर खंड और कई सड़कें अवरुद्ध : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-3 के मंडी-धरमपुर खंड समेत 245 सड़कें अवरुद्ध हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजमार्ग-3 पंजाब के अटारी को लद्दाख के लेह से जोड़ता है। मंडी में 30 जून और 1 जुलाई की दरम्यानी रात 10 बादल फटने की घटनाएं, अचानक बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं में 15 लोगों की मौत हो गई। इन प्राकृतिक आपदाओं के कारण मंडी में 138 मार्ग अवरुद्ध हुए जबकि 124 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 137 जलापूर्ति परियोजनाएं प्रभावित हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार बृस्पतिवार सुबह तक राज्य में कुल 192 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त थे और 740 जलापूर्ति परियोजनाएं प्रभावित हुई। सिरमौर और बिलासपुर जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश हुई। राज्य में सबसे अधिक 168.5 मिलीमीटर बारिश धौलाकुआं में दर्ज की गई, जबकि बिलासपुर में 120.4 मिलीमीटर बारिश हुई।
राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मनाली में 46 मिलीमीटर, जुब्बड़हट्टी में 44.2 मिलीमीटर, नगरोटा सूरियां में 42.4 मिलीमीटर, पांवटा साहिब में 38.4 मिलीमीटर, सुजानपुर टिहरा में 37.5 मिलीमीटर, जटोन बैराज में 34.6 मिलीमीटर, नाहन में 34.1 मिलीमीटर और गुलेर में 32.8 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के स्थानीय केंद्र ने राज्य के कुछ स्थानों पर भारी बारिश का 'येलो अलर्ट' जारी किया है। इसने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में कम से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा होने की चेतावनी दी।
हिमाचल प्रदेश में 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है और इस दौरान भारी बारिश के साथ-साथ बाढ़ की 31 घटनाएं, बादल फटने की 22 घटनाएं और 17 भूस्खलन हुए जिनमें कई लोगों की जान चली गई और इमारतों, कृषि भूमि और जंगलों को भारी नुकसान पहुंचा। इसके कारण राज्य को अब तक लगभग 740 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि कुल 85 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 54 की मौत बारिश से संबंधित घटनाओं में, 31 की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई। उन्होंने बताया कि 129 घायल हुए हैं, जबकि 34 लोग अब भी लापता हैं।
गुरुग्राम में कई जगहों पर जलभराव, बीयर की बोतलों से भरा ट्रक पलटा : गुरुग्राम से मिले समाचारों के अनुसार हरियाणा के गुरुग्राम में रातभर रुक-रुककर हुई बारिश के कारण जलभराव, यातायात जाम की समस्या को देखते हुए गुरुवार को जिला प्रशासन ने कॉर्पोरेट दफ्तरों और निजी संस्थानों को अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देने का परामर्श जारी किया। बारिश के कारण शहर थम-सा गया, सड़कें एवं कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए और यातायात बाधित हो गया।ALSO READ: भोपाल में भारी बारिश, लगा लंबा जाम, रेंग-रेंगकर चल रहे वाहन
सड़क धंसने के कारण बीयर की बोतलों से भरा एक ट्रक पलट गया। यह हादसा सदर्न पेरिफेरल रोड पर हुआ जब शराब की बोतलों से भरा एक ट्रक पलटकर गड्ढे में गिर गया। एक वरिष्ठ यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और क्रेन की मदद से ट्रक को बाहर निकाला गया।
कई निजी स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित कीं जबकि कुछ सरकारी स्कूलों ने दिन के लिए कक्षाएं रद्द कर दीं। कॉर्पोरेट कार्यालयों और निजी संस्थानों को परामर्श दिया गया कि वे अपने कर्मचारियों को गुरुवार को घर से काम करने की अनुमति दें। इससे 1 दिन पहले मूसलधार बारिश के कारण शहर में भारी यातायात जाम और जलभराव हो गया था। बुधवार शाम करीब 7 बजे शुरू हुई बारिश देर रात तक जारी रही जिसके कारण गुरुवार सुबह तक जाम की स्थिति बनी रही।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी परामर्श के अनुसार गुरुग्राम में गुरुवार सुबह 7 बजे तक पिछले 12 घंटे की अवधि में 133 मिलीमीटर बारिश हुई। इसने बताया कि बुधवार शाम 7 बजे से रात 9 बजे के बीच सबसे तीव्र 103 मिलीमीटर बारिश हुई। परामर्श में कहा गया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुग्राम के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि उपरोक्त स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिले के सभी कॉरपोरेट दफ्तरों और निजी संस्थानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने कर्मचारियों को 10 जुलाई को घर से काम करने की अनुमति दें ताकि यातायात जाम से बचा जा सके।
झारखंड के जमशेदपुर में 2 नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर, अलर्ट जारी : जमशेदपुर से मिले समाचारों के अनुसार झारखंड के जमशेदपुर में भारी बारिश के बाद खरकई और सुवर्णरेखा नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण गुरुवार को अलर्ट जारी किया गया। एक बयान के अनुसार बीते 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि सुबह से बारिश नहीं हुई है।
बयान में बताया गया कि आदित्यपुर पुल पर खरकई नदी का जलस्तर 129.96 मीटर है जबकि खतरे का निशान 129 मीटर पर है। मैंगो पुल के पास सुवर्णरेखा नदी 121.64 मीटर पर बह रही है जबकि खतरे का निशान 121.50 मीटर पर है। पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने नदियों के आसपास रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा ने बताया कि बारिश के कारण बागबेड़ा के निचले इलाकों में कुछ घरों में पानी भर गया है। हालात देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर पूरे जिले में सभी स्कूल बंद हैं।
निम्न दबाव का क्षेत्र गंगीय पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड के ऊपर बना हुआ है जिससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है। मानसून ट्रफ का समुद्र तल पर बना दबाव अब सूरतगढ़, हिसार, हिंडन, लखनऊ, प्रयागराज, डाल्टनगंज, निम्न दबाव के केंद्र, दीघा होते हुए दक्षिण-पूर्व दिशा में पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक जा रहा है। एक चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा के ऊपर बना हुआ है।
एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर अरब सागर से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड पर बने निम्न दबाव क्षेत्र से संबंधित चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है, जो दक्षिण गुजरात, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण मध्यप्रदेश और उत्तर छत्तीसगढ़ से होकर गुजरती है। यह समुद्र तल से 4.5 से 7.6 किमी ऊंचाई तक फैली हुई है। एक और चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश पर स्थित है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत में दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। झारखंड, दक्षिण छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज वर्षा हुई।
केरल, तटीय कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण व गोवा, पूर्वी विदर्भ, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तीव्र वर्षा देखने को मिली। तटीय ओडिशा, तटीय आंध्रप्रदेश, रायलसीमा, उत्तर तमिलनाडु, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और गुजरात में हल्की वर्षा हुई।
आज शुक्रवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शुक्रवार, 11 जुलाई को ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, हरियाणा और पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश संभव है। पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, बिहार, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, कोंकण व गोवा, तटीय कर्नाटक और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। राजस्थान, गुजरात, पश्चिम मध्यप्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की वर्षा की संभावना है। मध्यप्रदेश और पूर्वी राजस्थान में अगले 24 घंटों के बाद बारिश की तीव्रता में बढ़ोतरी हो सकती है।(एजेंसियां)(Photo courtesy: IMD)