रमेश ने उठाया सवाल : रमेश ने सवाल किया कि क्या डब्ल्यूएचओ भारत के लिए अच्छा नहीं है? क्या डब्ल्यूटीओ भारत के लिए अच्छा नहीं है? क्या जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौता भारत के लिए अच्छा नहीं है? क्या संयुक्त राष्ट्र ने अपनी तमाम कमजोरियों के बावजूद भारतीय शांति सैनिकों को विदेशों में अवसर उपलब्ध नहीं कराए हैं? उन्होंने दावा किया कि बहुपक्षवाद में सुधारों की आवश्यकता है, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से उसकी पूर्णत: निंदा कर रहे हैं उसकी जरूरत नहीं है।
पॉडकास्ट को लेकर प्रधानमंत्री पर कटाक्ष : रमेश ने इसी पॉडकास्ट को लेकर प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया कि करीब 1 साल पहले उन्होंने खुद को नॉन-बायोलॉजिकल बताया था। अब वे कह रहे हैं कि वे 1+1 सिद्धांत में विश्वास करते हैं: एक मोदी और दूसरा दैवीय। उन्होंने दावा किया कि वे ऐसी बातें तब कर रहे हैं, जब अर्थव्यवस्था गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है, पड़ोसी देश अशांत हैं और वैश्विक व्यवस्था लगातार अस्थिर होती जा रही है। रमेश ने कहा कि न्यूनतम आत्ममुग्धता, अधिकतम सुशासन होना चाहिए।(भाषा)