दीक्षित ने कहा कि किसी भी पार्टी को गठबंधन से इतर सभी जिलों में खुद को मजबूत करने की जरूरत होती है। उनका कहना था, अलका लांबा ने जो कहा वह यह था कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता सभी सात जिलों में खुद को मजबूत करेंगे। जब आप एक पार्टी को मजबूत करते हैं, तो इसे चुनिंदा ढंग से नहीं करते हैं, आप पूरे राज्य में पार्टी को मजबूत करते हैं। अगर गठबंधन होता है, तो वे जिस भी सीट पर लड़ेंगे हम उनका समर्थन करेंगे और हम जहां लड़ेंगे, वहां वे हमारा समर्थन करेंगे।
दीक्षित ने सवाल किया, अगर हम सभी जिलों में अपना आधार मजबूत नहीं करेंगे तो हम आगामी चुनाव कैसे लड़ेंगे? या हम उनका समर्थन कैसे करेंगे? दिल्ली प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक की थी।
उस बैठक के बाद अलका लांबा ने कहा था, गठबंधन करना है या नहीं, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन हमें सातों सीटों पर खुद को तैयार रहने को कहा गया है। हम दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर तैयारी करेंगे। उनकी टिप्पणी के बाद आप ने कहा था कि अगर कांग्रेस दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ना चाहती है तो मुंबई में इंडिया गठबंधन की अगली बैठक में भाग लेने का कोई मतलब नहीं है।