उपराष्ट्रपति चुनाव में दक्षिण की दावेदारी, राधाकृष्णन या रेड्डी कौन है ज्यादा मजबूत

WD Feature Desk

मंगलवार, 19 अगस्त 2025 (18:08 IST)
CP Radhakrishnan Vs Sudarshan Reddy For Vice-President: भारतीय राजनीति में इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में है उपराष्ट्रपति पद का चुनाव, जो 9 सितंबर, 2025 को होने वाला है। इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प है क्योंकि दोनों प्रमुख उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं। एक तरफ एनडीए ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है, वहीं विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी पर भरोसा जताया है। यह चुनाव न सिर्फ उम्मीदवारों की योग्यता, बल्कि संख्या बल और राजनीतिक रणनीति का भी इम्तिहान है।

कौन हैं एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन?
सीपी राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु में हुआ था और वह भारतीय जनता पार्टी के एक पुराने और अनुभवी नेता हैं। उनका राजनीतिक जीवन चार दशकों से भी ज्यादा लंबा है। वे कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और संगठन में उनकी गहरी पकड़ है। आरएसएस से जुड़े होने के कारण उनकी पार्टी में एक मजबूत छवि है। हाल ही में उन्होंने झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में अपनी प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया है। एनडीए के लिए उनकी उम्मीदवारी एक अनुभवी नेता और संगठन के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाती है।

कौन हैं विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी?
विपक्षी इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी तेलंगाना से आते हैं। वह एक प्रख्यात विधिवेत्ता हैं, जिन्होंने अपने करियर का एक बड़ा हिस्सा कानून के क्षेत्र में बिताया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में भी सेवा दी है। उनका स्वच्छ और निष्पक्ष न्यायिक रिकॉर्ड उन्हें विपक्षी दलों के लिए एक मजबूत और विश्वसनीय उम्मीदवार बनाता है। उनकी उम्मीदवारी को विपक्षी दलों की ओर से एक नैतिक और संवैधानिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

कैसे होता है उपराष्ट्रपति का चुनाव?
उपराष्ट्रपति का चुनाव एकल संक्रमणीय मत प्रणाली और आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर होता है। इसमें जीतने के लिए उम्मीदवार को कुल वैध मतों का 50% से अधिक यानी निर्धारित कोटा हासिल करना होता है। प्रत्येक मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवारों को वरीयता क्रम (1, 2, 3...) में वोट देता है। चुनाव गुप्त मतदान के जरिए होता है।

उपराष्ट्रपति बनने के लिए कितने मतों की होती है जरूरत
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद मतदान करेंगे. इस प्रकार 782 सांसद चुनाव में हिस्स लेंगे. जिसमें लोकसभा के 542 और राज्यसभा के 240 सांसद मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे. बहुमत का आंकड़ा 392 है. यानी उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने के लिए उम्मीदवार को 392 का आंकड़ा लाना होगा.

किसकी दावेदारी कितनी मजबूत?
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सभी सदस्य वोट डालते हैं, जिसमें मनोनीत सदस्य भी शामिल होते हैं। राज्य विधानसभाओं के सदस्यों की इसमें कोई भूमिका नहीं होती। वर्तमान में, संसद में एनडीए और उसके सहयोगियों का संख्या बल बहुत स्पष्ट है। इसलिए, सीपी राधाकृष्णन की जीत लगभग तय है।
ALSO READ: कितने पढ़ें लिखे हैं उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन, कैसा रहा है अब तक का राजनैतिक सफर



 

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी