साल 2002 में पांच लाख रुपए अनुग्रह राशि दी जाती थी। रकम को उनके बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया गया है। जम्मू कश्मीर में 2002 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिसबल (सीआरपीएफ) की 45वीं बटालियन के रमेश कुमार चुनाव ड्यूटी पर तैनात थे। उस साल आठ अक्टूबर को उनकी डोडा टाउन हॉल क्षेत्र के एक मतदान केंद्र में आतंकवादियों के साथ संघर्ष के दौरान मौत हो गई थी।
अपने जवाब में अरोड़ा ने कहा था, मैं पूरे प्रशासनिक तंत्र की ओर से निजी तौर पर माफी चाहता हूं और आपको आश्वस्त करता हूं कि आपके दिवंगत पति के सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।आयोग ने चुनाव अधिकारियों और सुरक्षाबलों की अनुग्रह राशि से संबंधित लंबित दावों की पड़ताल करने के आदेश दिए हैं।(भाषा)