स्वतंत्रता दिवस के दिन, एक पूर्व उग्रवादी के अंतिम संस्कार के दौरान राज्य की राजधानी और नजदीक के इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया था और कम से कम चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी थी।
रविवार को मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के आवास पर अज्ञात उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके थे और अब सीआरपीएफ के वाहन पर हमला हुआ। जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, मवलाई इलाके में सड़क के बीच बड़ी संख्या में युवकों द्वारा टायर जलाने की खबरें मिलने पर सीआरपीएफ के कर्मियों को इलाके में भेजा गया था। प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहन पर पथराव किया जिसके बाद सुरक्षाबलों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
थांगखियु के शव को रविवार को दफनाया गया, जिसके बाद इन क्षेत्रों से हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं। पुलिस ने बताया कि 2018 में समर्पण करने के बाद थांगखियु ने आईईडी विस्फोटकों से किए गए कई हमलों की साजिश रची थी।(भाषा)