तूफान को देखते हुए कंपनी ने सिक्का बंदरगाह से डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की शिपिंग रोक दी है। इस बंदरगाह पर प्रतिदिन 7,04,000 बैरल पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन होता है। यह यूरोप में डीजल की आपूर्ति के लिए मुख्य बंदरगाह है। रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के बाद से, यूरोप काफी हद तक इस बंदरगाह से भेजे जाने वाले पेट्रोलियम पर निर्भर है।
चक्रवात के कारण गौतम अडानी समूह के मुंद्रा और कांडला बंदरगाहों को बंद करना पड़ा। मुंद्रा देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बंदरगाह है, जो कोयले की सबसे बड़ी मात्रा का आयात करता है। इसके अलावा वेदिनार, ओखा, बेदी और नवलखी बंदरगाहों पर भी परिचालन प्रभावित होगा।