Dawood Ibrahim : इतनी लंबी है दाऊद के काले कारनामों की फेहरिस्‍त

सोमवार, 18 दिसंबर 2023 (15:51 IST)
Dawood Ibrahim Poisoned: दुनिया में अपराधी तो कई हुए हैं। जिन्‍होंने हत्‍याएं कीं, लोगों को लूटा और डकैतियां डालीं। लेकिन कुछ अपराधी ऐसे भी हुए हैं, जिनके काले कारनामों की सूची को गिनते गिनते थक सकते हैं। दाऊद इब्राहिम एक ऐसा ही नाम था, जिसके अपराधों की फेहरिस्‍त बहुत लंबी थी। आइए जानते हैं, कितनी करतूतों को दाऊद ने अंजाम दिया।

फिल्‍म से लेकर सट्टे तक : दाऊद इब्राहिम का आपराधिक रिकॉर्ड महाराष्ट्र के रत्नागिरी शहर में जन्मे दाऊद इब्राहिम का नाम 1980 के दशक में मुंबई अपराध जगत में बहुत तेजी से उभरा था। कहा जाता था कि दाऊद इब्राहिम की पहुंच फिल्म जगत से लेकर सट्टे और शेयर बाजार तक पहुंच गई थी। दाऊद इब्राहिम ने स्कूल स्तर पर ही अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी। भारतीय जांच एजेंसी सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक दाऊद इब्राहिम 1980 के दशक में मुंबई में फिरौती, धोखाधड़ी, जालसाजी, लूट के अपराधों में भी शामिल रहे हैं।

अब तक यह मात्र अफ़वाह लग रही थी परंतु पाकिस्तानी पत्रकार आरज़ू काज़मी का ये वीडियो और पूरे पाकिस्तान में ट्विटर,यूट्यूब समेत तमाम सोशल मीडिया बंद किए जाने की ख़बर है इस बात की पुष्टि कर रही है कि दाऊद इब्राहिम को सचमुच ज़हर दे दिया गया है#दाऊद
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— ANUPAM MISHRA (@scribe9104) December 17, 2023
करीम लाला से हाजी मस्‍तान तक : शुरुआत में दाऊद इब्राहिम मुंबई के नामी अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला और हाजी मस्तान की गैंग के लिए काम करता था। लेकिन कुछ दिन बाद ही दाऊद हाजी मस्तान गैंग से अलग हो गया। पठान गैंग और हाजी गैंग से टक्कर लेने के बाद दाऊद और शक्तिशाली बनकर ऊभरा। 1980 के दशक में दाऊद ने अपने लिए संगठित आपराधिक संस्‍था बनाई, जिसे 'डी कंपनी' के नाम से जाना जाता है।

डी कंपनी का उदय : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 'डी कंपनी' को दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी अंडरग्राउंड बिजनेस संस्‍था मानी जाती थी। 'डी कंपनी' जबरन उगाही, सुपारी किलिंग, हथियार तस्करी, ड्रग तस्करी, रियल एस्टेट और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का काम करता था। इन सब आपराधिक गतिविध‌ियों के अलावा दाऊद इब्राहिम का सबसे बड़ा धंधा क्रिकेट में सट्टेबाजी और मैच फिक्स कराना था। 1985 में दाऊद को दुबई में हुए क्रिकेट मैंचों के दौरा स्टेडियम बैठे देखा गया था। दाऊद इब्राहिम इसके अलावा फिल्मों और बॉलीवुड में सक्रिय था। दाऊद दूसरे के नाम से फिल्मों में पैसा लगाता था। कहा जाता है कि हिंदी फिल्म 'चोरी-चोरी चुपके-चुपके' डी कंपनी के पैसे से ही बनी थी। अपराधों में बढ़ती सक्रियता को लेकर जांच एजेंसी दाऊद के पीछे पड़ गई थी, जिसके बाद वो भारत छोड़कर भाग गया था।

विदेश से भारत में चलाया नेटवर्क : मुंबई पुलिस द्वारा वांटेड घोषित करने के बाद दाऊद 1986 में भारत से दुबई भाग गया था। पुलिस के मुताबिक दाऊद इब्राहिम विदेश में बैठे हुए भी, भारत में कई वारदातों को अंजाम देता था। दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई बम धमाकों का मास्टर माइंड है। सुप्रीम कोर्ट ने 993 के मुंबई बम धमाकों के मामले में दाऊद इब्राहिम और उनके भाई अनीस इब्राहिम को मुख्‍य साजिशकर्ता माना। इस हमले 257 लोगों की मौत हो गई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

संजय दत्‍त कनेक्‍शन : इसी मामले में अभिनेता संजय दत्त को धमाकों के दौरान अपने पास हथियार रखने के जुर्म में सुप्रीम कोर्ट ने 5 साल की कैद की सजा सुनाई थी। दाऊद इब्राहिम मुंबई धमाकों से पहले भारत छोड़ चुका था। भारत सरकार का कहना है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है। हालांकि पाकिस्तान इससे इंकार करता रहा है। अमेरिकी सरकार ने भी दाऊद इब्राहिम को विश्वस्तरीय आतंकवादियों के समर्थकों की सूची में रखा है। साल 2003 में तैयार इस लिस्ट में लिखा है कि, 'दाऊद इब्राहिम, जो एक पुलिस कांस्टेबल के बेटा है, पिछले दो दशकों में भारतीय अंडरवर्ल्ड के सबसे बड़ा अपराधी है।'

आतंकी कनेक्‍शन : दाऊद के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा से करीबी संबंध हैं। दशकों से भारत पाकिस्तान से दाऊद इब्राहिम के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है और उस देश में उसकी गतिविधियों के कई सबूत उपलब्ध कराए हैं। हालांकि, पाकिस्तान ने अपराधी को शरण देने से बार-बार इनकार किया है। भारत ने दाऊद के सिर पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम भी रखा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उसे सौंपने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाने का अनुरोध भी किया है। दाऊद और उसके गैंग का अपराध सिंडिकेट एशिया, यूरोप और अफ्रीका में फैला हुआ है। जिसकी 40 फीसदी से ज्यादा कमाई भारत से होती है।
Written & Edited by Navin Rangiyal

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