इस पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि पिछले साल नवंबर में अपनी टीम के साथ उत्तरकाशी की सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए सम्मानित रैट माइनर वकील हसन के घर को बुलडोजर ढहा दिया गया। मुझे इसके बारे में बताया गया है और हम निश्चित रूप से मुआवजा देंगे। उन्हें एक घर भी मुहैया कराया जाएगा।
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि जिन्होंने लोगों को बचाकर कई घरों को उजड़ने से रोका, उनका घर तोड़ना अच्छा नहीं। भाजपा सरकार क्या इसी तरह देती है, अच्छे काम का इनाम?
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में DDA, ASI, LNDO और रेलवे जैसी केंद्रीय एजेंसियों ने दिल्ली में 3 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर कर दिया है। पुनर्वास की कोई योजना नहीं होने के कारण, वे खुलेआम न्यायालयों में भी हेरफेर कर रहे हैं। बेघरों को फुटपाथों, फ्लाईओवरों और रैनबसेरों पर आश्रय लेते देखा जा सकता है। इस तरह, भाजपा नियंत्रित एजेंसियां दिल्ली शहर को बर्बाद कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि कुछ टीवी चैनलों ने हसन और उनके परिवार को अपने घर के मलबे के बीच बैठकर खाना खाते हुए दिखाया था। बुधवार को जारी एक वीडियो संदेश में हसन ने कहा कि उनका घर तोड़ दिया गया, जिसकी वजह से उनका परिवार बेघर हो गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta