अतरौली के किरथल गांव में अचानक हुई इस घटना से परिवार के लोग सदमे में थे। सभी रिश्तेदारों को खबर कर दी गई भी। अत: सभी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रामकिशोर के घर जुटने लगे थे। परिवार वालों ने रामकिशोर के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसी बीच, वहां मौजूद लोगों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, जब रामकिशोर उठकर बैठक गए।
कैसे थे मौत के बाद के अनुभव : उठने के बाद रामकिशोर ने कहा कि वह बिलकुल ठीक हैं। वे गलती से मुझे ले गए थे, अब वापस भेज दिया है। हालांकि उन्होंने बताया कि मुझे ज्यादा तो याद नहीं है, लेकिन जहां गया था वहां एक बैठक चल रही थी और कुछ दाढ़ी वाले महात्मा अपने प्रमुख से बातें कर रहे थे।
इसी दौरान सबसे बुजुर्ग महात्मा ने रामकिशोर के बारे में सवाल किया। उन्होंने पूछा कि अभी समय है, इसे क्यों लाए हो? इसे ले जाओ। इसके तुरंत बाद मुझे धक्का जैसा लगा और जब आंखें खुलीं तो घर पर रोते हुए परिजनों को देखा।