उन्होंने कहा कि सर्वे में यह भी सामने आया है कि खेत में काम करने वाले मजदूरों, धूप में काम करने वाली गृहणियों यहां तक की अर्धसैनिक बलों में भी विटामिन डी की कमी है। हालांकि उनमें यह कमियां वंशानुगत कारणों से होती है।
डॉ दीक्षित ने कहा कि शरीर में विटामिन डी की सही मात्रा मधुमेह, बाल झड़ने, त्वचा रोग आदि से बचाव में मददगार होती है। साथ ही विटामिन डी तंत्रिका संबंधी दवाओं से होने वाली विटामिन की कमी को भी नियंत्रित करता है।