दिल्ली विस चुनाव, कांग्रेस की किरकरी

नई दिल्ली। वर्ष 2013 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त लगता है कि कांग्रेस ने कोई सबक नहीं लिया है। चुनाव के शुरुआती दौर में ही पार्टी में मतभेद की खबरें आने लगी हैं। बुधवार को दिल्ली चुनाव के लिए आठ नेताओं का नाम सामने आया था, लेकिन कुछ ही समय बाद इसका खंडन भी कर दिया। 
 
बुधवार को एक खबर आई थी, जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस आठ नेताओं के नेतृत्व में दिल्ली चुनाव लड़ने जा रही है। इन आठ नेताओं में 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार का नाम शामिल था। इनके अतिरिक्त जिन नेताओं को कमेटी में शामिल किए जाने की बात कही जा रही थी, उनमें हारून यूसुफ, अरविन्दर सिंह लवली, जयकिशन, महाबल मिश्रा, जेपी अग्रवाल और मतीन अहमद के नाम शामिल थे।
 
जैसे ही यह खबर मीडिया में चली, कुछ समय बाद ही दिल्ली कांग्रेस के नेता मुकेश शर्मा ने इस तरह की कमेटी बनाने से इनकार कर दिया। साथ वरिष्ठ नेता शकील अहमद ने भी मुकेश शर्मा के कथन की पुष्टि की है।
 
इस मामले में माना जा रहा है कि सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर के नाम सामने आने के बाद विवाद शुरू हुआ। चूंकि दिल्ली में कई इलाके ऐसे हैं, जहां सिख वोट निर्णायक स्थिति में हैं। ऐसे में इन दोनों नेताओं का नाम सिखों को नाराज कर सकता है, जिसका नुकसान कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है। 
 

वेबदुनिया पर पढ़ें